कोलकाता : राज्य स्कूल शिक्षा विभाग (State School Education Department) ने एक सर्वेक्षण किया है।
जिसमें पता चला है कि माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक परीक्षा के इच्छुक लगभग नौ लाख छात्रों के पास आधार कार्ड (Aadhar Card) नहीं हैं।
राज्य सरकार ने माना है कि आधार कार्ड के अभाव में ऐसे छात्र अक्सर राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं।
हालांकि, राज्य सरकार ने आधार कार्ड नामांकन (Aadhaar Card Enrollment) के लिए राज्य भर में 275 अस्थायी कैंप कार्यालय स्थापित करके इस समस्या को दूर करने का निर्णय लिया है।
सरकारी और निजी दोनों स्कूलों से आने वाले छात्रों के लिए बढ़ाई जाएंगी
राज्य शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में ऐसा एक पंजीकरण शिविर लगाने का प्रयास किया जा रहा है। छात्र बिना किसी प्रकार के शुल्क के वहां अपना नाम दर्ज करा सकेंगे।
प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर से लेकर सभी स्तरों के छात्र वहां अपना नाम दर्ज करा सकेंगे। यह प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है।
यह सुविधाएं सरकारी और निजी दोनों स्कूलों से आने वाले छात्रों के लिए बढ़ाई जाएंगी। राज्य शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि छात्रों और उनके अभिभावकों को आधार कार्ड की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने के लिए आवश्यक जागरूकता अभियान चलाने में सरकार की ओर से चूक हुई है।
योजनाओं के तहत नामांकन के लिए आधार कार्ड आवश्यक
राज्य शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि विशेष रूप से छात्र समुदाय के लिए राज्य सरकार की कई विकास योजनाएं हैं।
ऐसी योजनाओं के तहत नामांकन के लिए आधार कार्ड आवश्यक है। लेकिन फिर भी, देर आये दुरुस्त आये।हमें उम्मीद है कि इन ब्लॉक-स्तरीय अस्थायी पंजीकरण (IN BLOCK-LEVEL TEMPORARY REGISTRATION) शिविरों के माध्यम से आधार नामांकन के लिए हमारी पहल एक बड़ी सफलता होगी।