कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा 2021 का बहुचर्चित चुनाव आखिरकार गुरुवार को अंतिम चरण के मतदान के साथ ही संपन्न हो गया है। आखिरी चरण में शाम 5:00 बजे तक 76.07 फ़ीसदी वोटिंग हुई है।
आज मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर कोलकाता और बीरभूम की 35 सीटों पर वोट डाले गए।
कुल 283 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।
शाम 6:30 बजे मतदान पूरा होने के बाद ईवीएम को निकालकर स्ट्रांग रूम में पहुंचा दिया गया है।
दो मई को सुबह 8:00 बजे से ही गिनती शुरू हो जाएगी। पश्चिम बंगाल में 108 मतदान केंद्रों पर मतगणना होगी।
मतगणना के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा और कोरोना रोकथाम प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश दिए गये हैं।
इस मतगणना के साथ यह तय हो जाएगा कि बंगाल में फिर से ममता बनर्जी का राज होगा या फिर भगवा लहराएगा।
यहां कुल आठ चरणों में मतदान हुआ है। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को हुई थी इसके बाद दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण का मतदान क्रमश: एक अप्रैल, छह अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल और 26 अप्रैल को हुआ।
आठवें और अंतिम चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को हुई। इसके साथ ही 292 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है।
हालांकि दो सीटों के लिए मतदान 16 मई को होंगे। पश्चिम बंगाल के विधानसभा की सीटों की संख्या 294 है लेकिन कोरोना संक्रमित होने के कारण दो उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है।
16 मई को मुर्शिदाबाद जिला की जंगीपुर और शमशेरगंज विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी।
पश्चिम बंगाल में फिलहाल टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी की सरकार है लेकिन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर जीत के बाद बीजेपी लगातार टीएमसी को चुनौती दे रही है।
ममता बनर्जी खुद ही नंदीग्राम से चुनाव लड़ी हैं और चुनाव प्रचार के दौरान घायल हो गई थीं।
उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठकर चुनाव प्रचार किया है। अब यह देखना है कि दो मई को मतदाता फिर से ममता बनर्जी को सत्ता सौंपते हैं या बंगाल में पहली बार कमल खिलेगा।