नयी दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पिछले साल मई में कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कार्यकर्ता की कथित हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की जांच को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) के आदेश पर CBI ने बागुईआटी थाने के दो कर्मचारियों समेत नौ लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला फिर से दर्ज किया है। उनके मुताबिक, पीड़ित की मां ने एक मजिस्ट्रेट को यह शिकायत दी थी।
प्रक्रिया के अनुसार, CBI बिना किसी बदलाव के स्थानीय पुलिस की प्राथमिकी फिर से दर्ज करती है।
अधिकारियों ने कोरे कागज़ पर ले लिए थे उनके हस्ताक्षर
उन्होंने बताया कि यह मामला प्रसनजीत दास की मौत से संबंधित है जिनका शव पिछले साल 23 मई को उनकी मां को उनके आवास पर फंदे से लटका मिला था।
दास की मां ने बारासात के मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर मामले में आरोप लगाया था कि बागुईआटी थाने ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज नहीं किया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि अधिकारी उनके बेटे के शव को जबरन ले गए थे और उनकी अनुमति के बिना ही शव का पोस्टमार्टम (Post Mortem) कराया और फिर अंतिम संस्कार कर दिया।
थाने के अधिकारियों की ओर से धमकाए जाने का आरोप लगाते हुए दास की मां ने कहा था कि अधिकारियों ने कोरे कागज़ पर उनके हस्ताक्षर ले लिए थे।