लाइफस्टाइल डेस्क: पेशाब में जलन की समस्या से कुछ लोगों को जल्द ही छुटकारा मिल जाता है, तो किसी को अधिक समय लग जाता है।
लेकिन जो लोग इस समस्या से ग्रस्त हैं, और पेशाब में जलन की समस्या से तुरंत निजात पाना चाहते हैं, वैसे लोग इन चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि ब्लूबेरी, रास्पबेरी, जामुन इत्यादि का सेवन यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है तथा पेशाब में जलन और दर्द से छुटकारा पाने का अचूक उपाय है।
बेरीज में प्रोएंथोसायनिडिन (proanthocyanidin) पाया जाता है, जो संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मूत्र पथ (urinary tract) के अस्तर चिपके रहने से रोकने में मदद करता है। अतः पेशाब में जलन या दर्द की स्थिति में बेरीज (जामुन) खाने पर विशेष जोड़ देना चाहिए।
सादा ग्रीक योगर्ट (Greek yogurt), अचार (pickles) और खट्टी गोभी (sauerkraut) जैसे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन पेशाब में जलन की समस्या से छुटकारा दिला सकता है, क्योंकि यह खाद्य पदार्थ निर्जलीकरण को रोकने और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
क्रैनबेरी का सेवन पेशाब में जलन का अचूक इलाज है। क्रैनबेरी में पाए जाने वाले रसायन, बैक्टीरिया को मूत्र पथ की दीवारों से दूर रखने का कार्य करते हैं। बिना चीनी वाले क्रैनबेरी जूस, क्रैनबेरी सप्लीमेंट्स या सूखे क्रैनबेरी का सेवन यूटीआई के जोखिम और लक्षणों को कम करने में सक्षम हो सकते हैं।
पेशाब में जलन या दर्दनाक पेशाब के अलावा यूटीआई की स्थिति में जितना संभव हो उतना पानी और तरल पदार्थ का सेवन करना आवश्यक होता है। पेशाब में जलन का घरेलू इलाज करने के लिए पानी का अधिक सेवन करना जरुरी होता है। क्योंकि यह उपाय पेशाब की आवृति को बढ़ावा देता है और मूत्र पथ (यूरिनरी ट्रैक्ट) से हानिकारक बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है।
फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे- जैसे केला, बीन्स, दाल, नट्स, ओट्स और अन्य साबुत अनाज का अधिक सेवन मल त्याग को प्रोत्साहित कर, मूत्राशय पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करता है, जिससे पेशाब में जलन, दर्द इत्यादि समस्याएं उत्पन्न नहीं होती है। इसके अलावा उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का नियमित सेवन शरीर से हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करने में भी मदद कर सकता है।
विटामिन सी का सेवन अधिक करने से निर्जलीकरण, मूत्र पथ में संक्रमण, पेशाब में जलन इत्यादि समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है। विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ संक्रमण को रोकने के लिए मूत्र को अम्लीकृत करने में मदद कर सकता है।
ठंडे पानी की मछली जैसे Salmon में ओमेगा -3 फैटी एसिड अधिक पाया जाता है, जो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण मूत्र पथ में सूजन की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि मूत्र पथ में सूजन की समस्या पेशाब में जलन और दर्द का कारण बनती है।
लेकिन पेशाब में जलन का तुरंत इलाज करने के लिए ओमेगा -3 फैटी एसिड एक अच्छा विकल्प है। जो व्यक्ति मछली नहीं खाते हैं, उनके लिए मछली के तेल का सेवन एक उत्तम विकल्प हो सकता है।
पेशाब में जलन का कारण
पेशाब के दौरान जलन या दर्द होने की समस्या को डिस्युरिया (dysuria (painful urination)) कहा जाता है। पेशाब में जलन की समस्या अनेक कारणों से उत्पन्न हो सकती है।
पर्याप्त पानी का सेवन न करने से जब शरीर में पानी की कमी होती है, तब पेशाब में जलन और अधिक बढ़ जाती है।
यदि कोई व्यक्ति पेशाब को अधिक समय तब रोककर रखता है और फिर यूरिन त्याग के लिए जाए तो उसे पेशाब पास होने के साथ में जलन का अहसास हो सकता है।
जब व्यक्ति अपने खाने में अधिक मात्रा में मिर्च, मसाले और तैलीय पदार्थों का सेवन करता है, तो उसे बार-बार यूरिन आने और पेशाब में जलन होने की समस्या होती है।
लिवर से जुड़ी समस्या या रोग से पीड़ित व्यक्तियों को भी पेशाब में तेज जलन की समस्या का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा यह समस्या कुछ अन्तर्निहित समस्याओं जैसे- मूत्र मार्ग में संक्रमण, किडनी स्टोन और डिहाइड्रेशन आदि के कारण भी उत्पन्न होती है।