दुमका: भारत बंद के समर्थन में मंगलवार को महागठबंधन के झामुमो, कांग्रेस, राजद, माले सहित कई अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर बंद को सफल बनाया।
दुमका जिला मुख्यालय स्थित बाजार स्वतः स्फूर्त बंद रहा। वहीं बंद समर्थकों ने रेलवे स्टेशन पहुंच रेल यातायात व्यवस्था बाधित कर दिया। कार्यकर्ता जमकर केंद्र सरकार विरोधी नारे लगाते हुए तीनों किसान बिल को वापस करने की मांग कर रहे थे।
बंद समर्थकों को जिला प्रशासन गिरफ्तार थाना परिसर लाया। गिरफ्तारी कुल 60 बंद समर्थकों ने दी।
राष्ट्रीय जनता दल जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि किसान बिल के खिलाफ इस आंदोलन में व्यापक जनसमर्थन मिला। जिससे जिले के तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं वाहनों का परिचालन बिल्कुल ठप रहा।
इस ऐतिहासिक बंदी से केंद्र की मोदी सरकार को किसानों के लिए अहितकर तीनों बिल को अविलंब वापस लेना पड़ेगा।
यह किसान बिल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए एवं दुनिया को भोजन उपलब्ध कराने वाले अन्नदाता को मजदूर बनाने की साजिश है।
पूर्व में सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं एमएसपी को रद्द करना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है।
इस बंदी में झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह, शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन, कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्यामल किशोर सिंह, झामुमो जिला सचिव शिवकुमार बास्की, जिप उपाध्यक्ष असीम मंडल आदि शामिल थे।
गिरफ्तारी देने वालों में राजद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्यामल किशोर सिंह, झामुमो के रवि यादव, कांग्रेस के प्रो मनोज अम्बष्ट, अरबी खातून, छवि बागची, राजद प्रदेश सचिव जितेश कुमार दास, साकेत गुप्ता, दिपक गुप्ता, सोनू कुमार, किसान संगठनों के आह्वान पर भारत बंद का शिकारीपाड़ा में रहा जोरदार असर।