‘Bharat Jodo Nyay Yatra’ in Ranchi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) के साथ सोमवार को रांची पहुंचे।
रामगढ़ से लेकर रांची तक लगभग 35 किलोमीटर की यात्रा के दौरान उन्होंने कई जगहों पर रोड शो किया और लोगों से मुलाकात की। Congress नेता रांची-रामगढ़ के बीच चुटुपालू घाटी (Chutupalu Valley ) में गाड़ी से उतरकर साइकिल पर कोयला ढोने वाले मजदूरों के बीच गए और साइकिल को थोड़ी दूर तक खींचा।
इन युवा श्रमिकों की जीवन गाड़ी धीमी
उन्होंने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर लिखा, “साइकिल पर 200-200 किलो कोयला लेकर रोज 30-40 किलोमीटर चलने वाले इन युवाओं की आय नाम मात्र है। बिना इनके साथ चले, इनके भार को महसूस किए, इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता। इन युवा श्रमिकों की जीवन गाड़ी धीमी पड़ी, तो भारत निर्माण का पहिया भी थम जाएगा।“
Rahul Gandhi ओरमांझी के पास स्कूली बच्चों के एक समूह के साथ काफी देर तक उनकी पढ़ाई-लिखाई और खेलकूद के बारे में बात करते रहे। रांची आकर वह हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के कांके रोड स्थित आवास पर गए और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन से मुलाकात कर उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया।
बाद में रांची के HEC इलाके में शहीद मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए Rahul Gandhi ने कहा कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार धीरे-धीरे सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर रही है। केंद्र सरकार रांची में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी HEC का निजीकरण करना चाहती है। मैं जहां भी जाता हूं, वहां मुझे PSU के लोग हाथों में पोस्टर लेकर खड़े दिखते हैं।
मजदूरों के खिलाफ अन्याय
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि देश में आर्थिक अन्याय, महिलाओं के खिलाफ अन्याय और मजदूरों के खिलाफ अन्याय हो रहे हैं। ये अन्याय मोदी जी और उनके मंत्रियों को नहीं दिखता है। इसी को लेकर हमने न्याय यात्रा शुरू की है। हिंसा से कुछ नहीं होने वाला है। इससे बेरोजगारी और महंगाई फैलेगी।
जनसभा के बाद Congress नेता ने हेमंत सोरेन के विधानसभा में भाषण का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा, “हेमंत सोरेन जी ने आज विधानसभा में बहुत मार्मिक बात कही “हम जंगल से बाहर आए, इनके बराबर में बैठ गए, तो इनके कपड़े मैले हो गए।” यह सिर्फ एक बयान नहीं, पूरे आदिवासी समाज की संयुक्त पीड़ा है।
प्रदेश में एक आदिवासी मुख्यमंत्री है, यही बात BJP को बर्दाश्त नहीं हो रही है। आज Jharkhand ने पूरे देश को यह संदेश दिया है कि जनता की ताकत को डराकर झुकाया नहीं जा सकता। यह गरीबों और आदिवासियों की एकता की जीत है, आप सभी को बधाई।”