झारखंड में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की सफलता पर राज्य की जनता को धन्यवाद

भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) के झारखंड में सफलतापूर्वक आयोजन के लिए Congress के झारखंड प्रभारी गुलाम मोहम्मद मीर (Ghulam Mohammad Mir) ने प्रदेश के नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट किया।

Central Desk

Bharat Jodo Nyay Yatra: भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) के झारखंड में सफलतापूर्वक आयोजन के लिए Congress के झारखंड प्रभारी गुलाम मोहम्मद मीर (Ghulam Mohammad Mir) ने प्रदेश के नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट किया।

HEC के ऊपर अडानी का ठप्पा नही लगने देंगे

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर (Rajesh Thakur) की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक के माध्यम से प्रभारी गुलाम मोहम्मद मीर ने राज्य की जनता को विशेष कर धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्य की जनता ने जिस तरह न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर Rahul Gandhi के नेतृत्व में निकली यात्रा को अपना अपार समर्थन दिया।

उन्होंने कहा कि रांची की जनसभा से राहुल ने शंखनाद कर कह दिया है कि HEC के ऊपर अडानी का ठप्पा नही लगने देंगे और इसे किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने देंगे। Jharkhand के आदिवासी समुदाय को सरना धर्म कोड आवंटन दिलाने के लिए कांग्रेस की स्पष्ट नीति का खुलासा करते हुए कोड दिलाने की भी बात की है।

झारखंड में राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल

मीर ने कहा कि यात्रा झारखंड में ऐसे समय में प्रवेश कर रही थी जिस समय पूरे Jharkhand में राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल था। केंद्रीय एजेंसियों के इशारे पर झारखंड में सरकार को अपदस्थ करने का पूरा माहौल तैयार किया जा रहा था। लेकिन कांग्रेस एवं महागठबंधन कार्यकर्ताओं के धैर्य और संयम का परिचय देते हुए न्याय के हक के लिए लड़ रहे हैं।

राहुल की यात्रा को झारखंड में शानदार सफलता दिलाई। न्याय यात्रा के जरिए झारखंड की जनता की मूल समस्याओं को राष्ट्रीय फलक पर उठाया गया और हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं की समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस नेतृत्व सतत प्रयत्नशील रहेगा।

बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में तमाम विषम परिस्थितियों के बावजूद कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत न्याय यात्रा ने सफल मुकाम हासिल किया।

उन्होंने कहा कि Jharkhand की एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक पाकुड़ से लेकर सिमडेगा तक कार्यकर्ता एवं जनता में स्वः स्फूर्त जोश था। न्याय के पांच स्तंभों सामाजिक न्याय,महिला न्याय ,भागीदारी न्याय ,किसान न्याय को लेकर जारी न्याय यात्रा अनवरत जारी रहेगी।