भोपाल: देश में कोरोना के साथ नये वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों ने मध्य प्रदेश सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुरुवार देर शाम प्रदेश की जनता के नाम संदेश देते हुए राज्य में फिर से रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विश्व में बढ़ रहे कोरोना के प्रकरण चिंता पैदा कर रहे हैं। हर नागरिक कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतें। प्रदेश में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। वहीं, स्कूलों में बच्चों की 50 फीसदी उपस्थिति रहेगी।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार शाम को प्रदेश की जनता के नाम संदेश में कहा कि ओमिक्रोन वायरस के तीव्र प्रसार और वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए हम सभी के सचेत होने का यह उपयुक्त समय है।
भारत सरकार ने भी संक्रमण से बचाव के लिए गाइड लाइन जारी की है। हमें फेस मॉस्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाने और जमावड़ों और भीड़-भाड़ से बचने के लिए सजग रहना है।
वैक्सीन के दोनों डोज़ सभी को लगवाना है। वैक्सीन डोज़ से शेष रह गए सभी लोग इसे प्राथमिकता से लगवाकर स्वयं, परिवार और समाज के लिए सुरक्षा चक्र सुनिश्चित करने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में गत एक सप्ताह से बढ़ रहे पॉजिटिव प्रकरण को देखते हुए मध्यप्रदेशवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा बहुत आवश्यक है।
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहरों में भुगते कष्ट का स्मरण करते हुए हमें पूरी तरह सावधान रहना है। तीसरी लहर को आने से हमें रोकना है।
महीनों बाद मध्यप्रदेश में आज 30 प्रकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आज कई महीनों बाद कोविड के 30 नए प्रकरण मिले हैं। कल पूरे देश में भी 7 हजार 495 पॉजिटिव प्रकरण आए हैं।
एक बात जो मन में चिंता पैदा करती है वो यह है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिव केसों में लगातार वृद्धि हो रही है।
कल ही महाराष्ट्र में 1201, गुजरात में 91 और दिल्ली में 125 प्रकरण आए हैं। हम सब जानते हैं इन राज्यों से मध्यप्रदेश में आना-जाना लगातार बना रहता है।
उन्होंने कहा कि पूर्व के अनुभव भी हमें यह बताते हैं कि पिछली बार भी पहली लहर हो या दूसरी लहर महाराष्ट्र में पॉजिटिव केस बढ़ना शुरू हुए। गुजरात में बढ़े और उसके बाद मध्यप्रदेश में केस बढ़े।
दूसरी लहर में जो कष्ट हमने भुगते हैं वह हम कभी भूल नहीं सकते। अगर पुरानी दोनों लहरों को भी देखा जाए तो वे हमारे प्रदेश में प्रारंभ ही इंदौर-भोपाल से हुई और अभी इंदौर तथा भोपाल में प्रकरण बढ़कर नवंबर महीने की तुलना में दिसंबर में 3 गुना हो गए हैं।
बदला है कोरोना ने अपना स्वरूप
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना ने अपना स्वरूप बदला है और नया स्वरूप ओमिक्रोन के रूप में देश के 16 राज्यों में आ चुका है।
इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि मध्यप्रदेश में भी ओमिक्रोन वायरस के केस जल्दी आ जाए। यदि हम पूरी दुनिया का भी अध्ययन करें और अनुभव देखें तो ओमिक्रोन बहुत तेजी से फैलता है।
इंग्लैंड में एक लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। अमेरिका में भी लगभग ढाई लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। यूरोप में भी ओमिक्रोन बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है।
उपरोक्त सभी कारणों को देखते हुए मुझे अंतर-आत्मा से यह लगता है कि यह सही समय है जब हम सचेत हो जाएँ। कोविड की तीसरी लहर को आने से रोकें, तेजी से संक्रमण न फैले, इसके लिए हर आवश्यक उपाय करें।
अवश्य लगाएं मॉस्क
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से कहा कि भारत सरकार ने भी कुछ गाइडलाइन जारी की है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि अब देर न करें,
मॉस्क जरूर लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं, अनावश्यक भीड़ में न जाएं, अनावश्यक जमावड़ा न हो और अब तक अगर किसी ने वैक्सीन का डोज नहीं लिया, तो टीका जरूर लगवाएं।
पहला लगा लिया हो तो दूसरे में देर न करें, अगर समय की अवधि पूरी हो गई हो तो तुरंत दूसरा टीका भी लगवाएं।
स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हमने पहले ही तय कर दिया था कि स्कूल में जो हमारे बच्चे हैं, वे 50% की संख्या में ही जाएंगे, ताकि वहाँ सोशल डिस्टेंसिंग बनी रह सके। यह बच्चों के हित में आवश्यक है।