हिरोशिमा: America के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के दौरान 1945 में अमेरिकी परमाणु बम (American Nuclear Bomb) से हुई तबाही से जुड़े एक संग्रहालय का दौरा किया और परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया बनाने के प्रयास का संकल्प किया।
दुनिया के पहले परमाणु हमले का दंश झेल चुके हिरोशिमा की यात्रा करने वाले बराक ओबामा के बाद बाइडेन दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं।
Japan की ‘क्योदो’ समाचार एजेंसी ने बताया कि बाइडेन और अन्य G-7 नेताओं ने हिरोशिमा ‘पीस मेमोरियल म्यूजियम’ (Peace Memorial Museum) का दौरा किया।
G7 के अन्य सदस्य देशों के नेता भी संग्रहालय पहुंचे
बाइडेन के साथ ब्रिटेन (Britain), फ्रांस सहित G7 के अन्य सदस्य देशों के नेता भी वहां पहुंचे। Biden ने संग्रहालय की अतिथि पुस्तिका में लिखा, ”इस संग्रहालय की कहानियां हमें शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण के हमारे सभी दायित्वों की याद दिलाती रहें।”
उन्होंने कहा, ”एक साथ हम उस दिन की ओर बढ़ें जब हम अंततः और हमेशा के लिए दुनिया को परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) से मुक्त बना देंगे। विश्वास रखें ऐसा होगा।”
संग्रहालय में पीड़ितों के सामान, तस्वीरों और अन्य सामग्रियों को प्रदर्शित किया गया है, जो छह अगस्त 1945 को हिरोशिमा पर अमेरिकी परमाणु बम गिराए जाने की भयावहता को दर्शाते हैं।
जापान ने कर दिया था सरेंडर
इस हमले में 1945 के अंत तक 1,40,000 लोगों के मारे जाने का अनुमान है। वहीं नौ अगस्त को दक्षिण-पश्चिमी जापान (Southwest Japan) के नागासाकी पर दूसरा परमाणु बम गिराया गया था और छह दिन बाद जापान ने आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया था, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ।
संग्रहालय से निकलने के बाद बाइडन ने उद्यान (पार्क में) में कोई बयान नहीं दिया।
परमाणु बम पीड़ितों के स्मारक पर माल्यार्पण समारोह में लिया हिस्सा
उन्होंने अन्य G-7 नेताओं के साथ उद्यान में परमाणु बम पीड़ितों के स्मारक पर माल्यार्पण समारोह (Wreath Laying Ceremony) में हिस्सा लिया।
इस बीच प्रथम महिला जिल बाइडन ने संग्रहालय की अतिथि पुस्तक में लिखा, ”G-7 के अवसर पर जैसा कि हम शांतिपूर्ण तथा स्वतंत्र दुनिया का निर्माण करना जारी रखने के लिए एकत्रित हुए हैं…यह संग्रहालय हमें हमारे उद्देश्य की याद दिलाता है।
गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद।” अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Barack Obama 2016 में G-7 शिखर सम्मेलन से इतर ही हिरोशिमा के इस संग्रहालय में आए थे।