नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली की आड़ में दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे बड़ी साजिश निकलर सामने आ रही है।
मामले की जांच में जुटे क्राइम ब्रांच के सूत्रों की मानें तो दिल्ली में ट्रैक्टर पर सवार उपद्रवी पूरी प्लानिंग के साथ दिल्ली में घुसे थे।
पुलिस से बचने के लिए उन्होंने हर हथकंडा अपनाया। उन्हें पता था पकड़े नहीं जाएंगे, इसी लिए उन्होंने सुरक्षाकर्मियों तक के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाकर जान लेने की कोशिश की।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस को मिले वीडियो में जो लोग उपद्रव कर रहे थे उन्होंने अपने चेहरों को ढाटा बांधकर या दूसरे तरीकों से छिपा रखा था।
इतना ही नहीं ट्रैक्टर पर सवार होकर जो लोग दिल्ली में घुसकर लाल किला, आईटीओ, नांगलाई, बाबा हरिदास नगर, पांडव नगर, मुकरबा चौक आदि जगह उत्पात मचा रहे थे।
उन्होंन ट्रैक्टरों के नम्बरों को मोड़कर या फिर दूसरी किसी चीज से छिपा रखा था। मामले की जांच में जुटे क्राइम ब्रांच के सूत्रों की मानें तो पुलिस को ऐसे भी वीडिया और सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसमें ट्रैक्टरों के नम्बर ही नहीं हैं।
हिंसा के पीछे बड़ी साजिश का खुलासा इस बात से भी होता है कि पुलिस को फुटेज में नजर आ रहे कई ट्रैक्टर के नम्बर फर्जी मिले हैं।
वहीं कुछ ट्रैक्टरों पर नम्बर प्लेट की जगह कोड लिखे हुए थे, जो दो अंक के नम्बर के रूप में थे। यह कोट क्यों और किस लिए लिखे गए पुलिस इसकी भी पड़ताल कर रही है।
यूपी, हरियाणा पंजाब के थे टैक्टर
सूत्रों के मुताबिक पुलिस को जगह-जगह से मिली सीसीटीवी व वीडियो फुटेज में जो ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन नम्बर प्लेट के साथ नजर आए हैं।
उससे पहता चलता है कि इस रैली में सबसे ज्यादा ट्रैक्टर यूपी, हरियाणा और पंजाब से आए थे। यहां बता दें कि दिल्ली पुलिस की तरफ से किसान नेताओं को ट्रैक्टर रैली को अनुमति से पहले रैली में शामिल हर ट्रैक्टर के मालिक और ट्रैक्टर चालक का रिकॉर्ड रखने के लिए कहा गया था। पुलिस ने इसकी पूरी डिटेल मांगी है।
दीप सिद्धू की तलाश में पंजाब-हरियाणा में छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की दो टीमें पंजाब और हरियाणा पहुंची हैं। पुलिस को पंजाब अभिनेता दीप सिद्धू, गुजराज सतेत कई संदिग्धों की जानकारी मिली है।
पुलिस टीमें इनकी धरपकड़ के लिए ही पंजाब व हरियाणा पुलिस की मदद ले रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस टीम को दीप सिद्धू के बारे में भी इनपुट मिले हैं कि वह हरियाणा या पंजाब में किसी रिश्तेदार व जानकार के पास छिपा है।
वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से दीप सिद्धू ने कहा है कि वह जल्द ही पुलिस के सामने पेश हो जाएगा, मगर उसके परिवार को किसी भी तरह से परेशान न किया जाए।
पुलिस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उसकी लॉकेशन को ट्रेस कर रही है। जल्द ही पुलिस उसे दबोच लेगी। वहीं लाल किले पर कथित रूप से झंडा फहराने वाले गुजराज पर भी पुलिस शिकंजा कस रही है।
गाजीपुर बॉर्डर बना आंदोलन का केंद्र
26 जनवरी से पहले, किसान आंदोलन की प्रमुख जगह सिंघु बॉर्डर था। मगर अब गाजीपुर बॉर्डर पूरे आंदोलन का केंद्र बनता नजर आ रहा है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के इमोशनल होने के बाद यहां आंदोलन ने रफ्तार पकड़ी है। लगातार बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर जमा होने लगे।
गाजीपुर पर 12 लेयर में सुरक्षा
गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन की हलचल को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली में बॉर्डर पर पहली बार 12 लेयर में बैरिकेड लगाकार सुरक्षा को बढ़ाया गया है।
इर बैरिकेड्स पर कटीले तारों का जाल भी लगाया गया है। साथ ही दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर बंद होने के चलते राहगीरों को दिक्कतें भी हो रही हैं।
यहां बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसान, पुलिस के बैरिकेड्स और सुरक्षा बलों के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है। सड़कों पर सन्नाटा है।
सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर भी कड़ी सुरक्षा
दिल्ली-हरियाणा के बीच स्थित सिंघु व टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षाबलों को तैनाती किया गया है।
सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को आधे घंटे के भीतर दो बार तथाकथित स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसाक झड़प के बाद यहां सुरक्षा को बड़ाया गया है।
टिकरी बॉर्डर पर भी कड़ी सुरक्षा है और दिल्ली की ओर आने वाले रास्तों पर भी पुलिस एक्टिव है। वहीं पुलिस इन दोनों ही बॉर्डरों पर ड्रोन की मदद से भी हर हलचल पर नजर रखे हुए है।