मुंबई: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) देश के सरकारी, प्राइवेट और सहकारी बैंक (Cooperative Bank) समेत सभी के लिए दिशा निर्देश जारी करता है।
अधिकतर लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा भविष्य के लिए सुरक्षित रखने के लिए किसी न किसी बैंक में अपना खाता खुलवा ते हैं और पैसे जमा करते हैं।
अगर आपने भी देश के किसी भी बैंक में अकाउंट ओपन (Account Open) करा रखा है तो RBI के नए नियम (RBI New Rules) को जरूर जान लें।
रिजर्व बैंक ने अब बैंक के लेनदेन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है यानी आप किसी भी तरह से ट्रांजेक्शन (Transaction) नहीं कर पाएंगे। जानिए इस नए नियम के बारे में।
क्यों लगाई गई है रोक?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने SBM बैंक (India) लिमिटेड पर लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला लिया है।
साथ ही आरबीआई ने बताया है कि अगली सूचना तक यह रोक लागू रहेगी।
बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35A और 36 (1) (A) के तहत RBI ने SBM बैंक को LRS लेनदेन रोकने का निर्देश दिया है, जिसको बैंक को फॉलो करना जरूरी है। इसके साथ ही आरबीआई ने प्रेस रिलीज भी जारी की है।
लेन-देन पर रोक लगाने का फैसला
रिजर्व बैंक ने प्रेस रिलीज में कहा है कि बैंकिंग अधिनियम के तहत RBI ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए SBM बैंक के लेनदेन को रोकने का फैसला लिया है। यह कार्रवाई काफी चिंताओं के बाद में की गई है।
यह एक फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप है
बता दें कि SBM बैंक मॉरीशस स्थित SBM होल्डिंग्स की सहायक कंपनी है। SBM Group एक फाइनेंशियल सर्विस ग्रुप है, जो डिपॉजिट, लोन, बिजनेस के लिए फाइनेंस और कार्ड समेत अन्य सर्विस की पेशकश करता है।
नियम का पालन ना करने पर लगता है जुर्माना
SBM बैंक ने RBI से लाइसेंस लेने के बाद में 1 दिसंबर 2018 को बैंकिंग सुविधाएं शुरू की थी। इस समय देश भर में कुल 11 ब्रांच हैं। साल 2019 में नियामक मानदंडों का पालन न करने के लिए बैंक पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।