पटना : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर चर्चा जोरों पर है। लेकिन, उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट हो और उसे लेकर चर्चा बिहार (Bihar) में हो तो अजीब बात है। लेकिन, हकीकत यही है।
दरअसल, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की U.P के फूलपुर क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा खूब हो रही है। इसकी शुरुआत ऐसे तो बिहार के मंत्री श्रवण कुमार (Shravan Kumar) ने यह कहकर की कि U.P के कार्यकर्ता Nitish Kumar के फूलपुर से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा पटेल एवं Muslim वोटर
अब कहा जाने लगा है कि विपक्षी दलों के गठबंधन यानी ‘INDIA’ पर निर्भर करता है कि नीतीश कुमार UP से चुनाव लडेंगे या नहीं।
फूलपुर के जातीय समीकरण और लोकसभा चुनाव के परिणाम पर गौर करें तो नीतीश कुमार के वहां से चुनाव लड़ने के बाद मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा। माना जाता है कि JDU की फूलपुर सीट पर नजर नीतीश के स्वजातीय वोटों के कारण है। यहां सबसे ज्यादा पटेल, यादव एवं Muslim वोटर हैं।
BJP को मात देना आसन नहीं
वैसे, केवल जातीय समीकरण को साधकर BJP को मात देना आसान नहीं लगता है। यह भी सही है कि नीतीश अगर UP से चुनाव लड़ते हैं तो यह बिहार से बाहर उनका पहला चुनाव होगा। इसमें कोई शक नहीं है कि नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और बिहार में लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं, लेकिन JDU यूपी में चुनाव लड़ती जरूर है लेकिन, अब तक बड़ी सफलता नहीं मिल सकी है।
नितीश में चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं
चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) हालांकि इस चर्चा को बेकार बताते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जीवन में कोई चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकते हैं, कहिए तो लिखकर दे दें।
उन्होंने आगे कहा कि चुनावों की जितनी समझ मुझे है नीतीश कुमार (Nitish Kumar) चुनाव लड़ने की हिम्मत कर ही नहीं सकते हैं। आप फूलपुर की बात कर रहे हैं, बिहार में चुनाव लड़ने की उनके अंदर हिम्मत ही नहीं है। नीतीश चुनाव लड़ेंगे, नीतीश अंतिम बार चुनाव कब लड़े थे किसी को याद है? नीतीश ने चुनाव लड़ना वर्षों पहले छोड़ दिया है।
नेहरू तीन बार चुनाव जीत चुके हैं
वर्ष 1962 में राममनोहर लोहिया (Ram Manohar Lohia) ने यहां से नेहरू को चुनौती दी थी। जनेश्वर मिश्र (Janeshwar Mishra) एवं पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह (Vishwanath Pratap Singh) भी जीत चुके हैं।
अभी तक हुए 20 संसदीय चुनाव में फूलपुर (Phulpur) पर सात बार Congress का कब्जा रहा है। जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) यहां से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं, पांच बार सपा जीत चुकी है। 2014 में BJP के प्रत्याशी ने यहां से जीत दर्ज की थी।