पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद ए़ डी़ सिंह को उर्वरक घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गुरुवार सुबह गिरफ्तार किए जाने के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (युनाइटेड) ने राजद पर जोरदार निशाना साधा है वहीं राजद इसे बदले की कार्रवाई बता रहा है।
बिहार के पूर्व मंत्री और जदयू के नेता नीरज कुमार ने राजद सांसद की गिरफ्तारी पर कहा कि राजद के भ्रष्टाचार के हिस्ट्रीशीट में एक नई कड़ी जुड़ गई। ईडी ने खाद (उर्वरक) घोटाले में राजद के राज्यसभा सांसद ए डी सिंह को गिरफ्तार किया।
उन्होंने ईडी से अपने जांच का दायरा बढ़ाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि ईडी अपनी जांच का दायरा बढ़ाए।
उन्होंने कहा कि ईडी पता करे कि क्या राज्यसभा चुनाव में भी खाद घोटाले से अर्जित संसाधन का इस्तेमाल हुआ था?
इधर, भाजपा ने भी राजद सांसद की गिरफ्तारी पर राजद को आड़े हाथों लिया है। भाजपा के प्रवक्ता डॉ़ निखिल आनंद ने कहा कि राजद एक परिवार की पार्टी है। उन्होंने कहा कि राजद की दुकान अपराध, अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के सहयोग से चलती है।
उन्होंने कहा कि जिस मामले में सांसद पर कार्रवाई की गई है, वह पहले का मामला है।इधर, राजद ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि केंद्र की सरकार केंद्रीय एजेंसियों के जरिए विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या सभी भ्रष्टाचार विपक्षियों द्वारा ही किया जा रहा है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बिहार के सृजन घोटाले का क्या हुआ।
इससे पहले राजद सांसद ए डी सिंह को को उर्वरक घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।राजद ने सिंह को पिछले साल मार्च में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था।
सिंह के चुनावी हलफनामे के मुताबिक वह दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक हैं और अविवाहित हैं।
उनकी अचल संपत्ति 188़57 करोड़ रुपये और चल संपत्ति 49़6 करोड़ रुपये है। उनके पास राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और मुंबई में जमीन, अपार्टमेंट और कार्यालय हैं।
हलफनामे में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए उनका आयकर रिटर्न 24 करोड़ रुपये से अधिक था।
सिंह उर्वरकों के निर्यात और आयात में भी शामिल हैं।