Land for Job Case : लैंड फॉर जॉब घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री Lalu Yadav के करीबी अफसरों पर शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में पूर्व IAS अधिकारी Rajnish Kumar Mahajan के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है। CBI ने इस मामले में आरके महाजन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनके खिलाफ मुकदमे की मंजूरी मांगी थी, जो 30 जनवरी को दी गई।
आरके महाजन बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रह चुके हैं और लालू यादव व Nitish Kumar दोनों के करीबी माने जाते हैं। सीबीआई के मुताबिक, घोटाले के वक्त वे रेल भवन में जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक और लालू यादव के निजी सचिव थे। जांच एजेंसी का आरोप है कि वे इस घोटाले में सीधे तौर पर शामिल थे और अवैध नियुक्तियों की प्रक्रिया में मदद कर रहे थे।
क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला?
यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू यादव यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्ति के बदले उम्मीदवारों से उनकी जमीन ली गई। ये संपत्तियां लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनकी कंपनी एके इंफोसिस प्राइवेट लिमिटेड के नाम कराई गईं।
RK महाजन के अलावा, 30 जनवरी को कोर्ट ने दो अन्य पूर्व अधिकारियों के खिलाफ भी केस चलाने की मंजूरी दे दी थी। इन सभी पर अवैध नियुक्तियों में भूमिका निभाने का आरोप है।
अगली सुनवाई 17 फरवरी को
इस मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को होगी, जिसमें आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। सीबीआई इस घोटाले में पहले ही कई गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है और अब कानूनी प्रक्रिया तेज हो सकती है।