6 विधायकों की कमेटी से वार्ता के बाद सहायक पुलिसकर्मियों का आंदोलन खत्म

सोमवार को बिहार पुलि (Bihar Police) सहायक पुलिसकर्मियों के साथ सरकार द्वारा गठित छह सदस्यीय विधायकों की कमेटी से वार्ता के बाद आंदोलन खत्म हो गया है।

Central Desk

Assistant Policemen’s Agitation Ends: सोमवार को बिहार पुलि (Bihar Police) सहायक पुलिसकर्मियों के साथ सरकार द्वारा गठित छह सदस्यीय विधायकों की कमेटी से वार्ता के बाद आंदोलन खत्म हो गया है। सहायक पुलिसकर्मियों के पंद्रह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विधायकों ने बैठक की।

बैठक के दौरान सहायक पुलिसकर्मियों की संविदा बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। उन्हें अब 13 हजार मासिक वेतन (Monthly Salary) देने पर सहमति बनी। वर्दी भत्ता के तौर पर पुलिसकर्मियों के तर्ज पर 4 हजार का भत्ता देने पर भी सहमति बनी। होमगार्ड, वनरक्षी, उत्पाद सिपाही बहाली में दस प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।

जिला बल नौकरियों में समायोजन

वार्ता के दौरान यह तय हुआ कि राज्य में वनरक्षी, उत्पाद सिपाही और होमगार्ड में रिक्त पदों के विरुद्ध दस प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण सहायक पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा। जिला बल में होने वाली रिक्तियों में भी नियमावली में परिवर्तन कर समायोजन का निर्णय लिया गया।

वर्तमान में जो विज्ञापन निकल चुके हैं, उसे छोड़ भविष्य में निकलने वाले विज्ञापनों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रावधान है। उम्र सीमा में भी दस वर्ष की छूट का प्रावधान सहायक पुलिसकर्मियों के लिए होगा।

यह भी लाभ मिलेगा

सहायक पुलिसकर्मियों के लिए X ग्रेशिया की राशि 50 हजार व 2 लाख रुपए थी। इस राशि में 50 हजार की जगह एक लाख व 2 की जगह 4 लाख बढ़ाने की अनुशंसा की गई है। वहीं, महिला सहायक पुलिसकर्मियों को मातृत्व अवकाश देने पर भी सहमति बनी। संविदा को एक साल का विस्तार दिया गया है।

वार्ता में इनकी रही उपस्थित

वार्ता में सहायक पुलिसकर्मियों का नेतृत्व अविनाश कुमार द्विवेदी ने किया, जबकि वार्ता में 14 अन्य सहायक पुलिस शामिल थे। विधायक मथुरा महतो, विनोद सिंह, सुखराम उरांव, नमन विक्सल कोंगाड़ी, सुदिव्य कुमार सोनू, राजेश कच्छप ने सरकार की ओर से वार्ता की।