बिहार में सियासी बयार के बीच पेश हुआ बजट, महिलाओं और किसानों पर खास फोकस

Digital Desk
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Bihar Budget 2025: बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा में 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और किसानों की राहत योजनाओं को प्राथमिकता दी गई है।

इस बजट में शिक्षा के लिए सबसे अधिक 60 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जबकि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 20,335 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

महिलाओं को आरक्षण और सुरक्षा की सौगात

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है।

बड़े शहरों में पिंक बस सर्विस शुरू की जाएगी, जिसमें ड्राइवर और कंडक्टर दोनों महिलाएं होंगी।

कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित हॉस्टल बनाए जाएंगे, वहीं सार्वजनिक स्थानों पर पिंक टॉयलेट की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।

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किसानों को राहत और MSP की गारंटी

किसानों को राहत देते हुए सरकार ने घोषणा की है कि अरहर, मूंग और उड़द की दाल की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP ) पर की जाएगी।

हर ब्लॉक में कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे, जिससे किसानों की फसलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा।

हवाई सेवा का विस्तार

उत्तर बिहार और सीमांचल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि अगले तीन महीनों में पूर्णिया एयरपोर्ट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र में हवाई सेवा का विस्तार होगा।

आर्थिक स्थिरता और कर्ज भुगतान

बिहार का राजकोषीय घाटा निर्धारित सीमा से 3 प्रतिशत नीचे है, जो राज्य की आर्थिक स्थिरता को दर्शाता है।

बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि राज्य सरकार 2819 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाएगी।

राजनीतिक घमासान

बजट पेश होने के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुस्कुराहट ने सियासी हलकों में चर्चाओं को हवा दे दी।

विपक्ष ने बजट को सिर्फ घोषणाओं का पुलिंदा बताया, जबकि सरकार ने इसे बिहार के विकास का रोडमैप करार दिया।

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