गया: पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल अंतर्गत 02496 कोलकाता-बीकानेर प्रताप एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से शनिवार को बच गई।
इस ट्रेन की इंजन सहित चार बोगियां गया-डीडीयू रेलखंड पर पुसौली-मुठानी स्टेशन के बीच टूटी हुई पटरी से गुजरी।
ये तो शुक्र माने ग्रामीण की जिसने टूटी हुई रेल पटरी को देख लिया और उसने अपने पास मौजूद लाल रंग के रुमाल (चुनरी) को दिखाकर प्रताप एक्सप्रेस को बड़ी दुर्घटना होने से बचा लिया। घटना की सूचना मिलने के बाद रेल महकमे में हलचल पैदा हो गई थी।
बताया गया कि टूटी हुई रेल पटरी को क्लैंप कर कोलकाता-बीकानेर प्रताप एक्सप्रेस को घटनास्थल के पास से 10 किमी की गति से सुरक्षित पास कराया गया।
इसके बाद पटरी को मरम्मत करने का कार्य अभियंत्रण विभाग द्वारा कराया गया। इस घटना के कारण इस रेलखंड के अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया था।
शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट सासाराम के आउट पोस्ट भभुआ रोड क्षेत्र अंतर्गत पुसौली- मुठानी स्टेशन के बीच अप रेल लाइन के फ्रैक्चर होने की सूचना डीडीयू मंडल के सुरक्षा नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त होने उपरांत पुसौली स्टेशन के आरपीएफ कैंप के स्टाफ प्रधान आरक्षी एस.के. सिंह को मौके पर पहुंचने का निर्देश देने के बाद सासाराम स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक बल के जवान के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने जांच में पाया गया कि किलोमीटर संख्या 607/25-27 के बीच अप रेल लाइन का बायां पटरी फ्रैक्चर होकर पूरी तरह से टूट गया है। ट्रेन संख्या 02496 कोलकाता-बीकानेर प्रताप एक्सप्रेस मौके पर खड़ी है।
प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय ग्रामीण रामप्रवेश पिता सुखराम व प्रेमचंद राम पिता रामजीत राम निवासी- घटाव थाना- कुदरा, जिला- कैमूर ने इंस्पेक्टर को बताया कि उनका खेत रेल लाइन के किनारे है तथा दोनों अपना खेत देखकर अपने घर रेल लाइन से होकर जा रहे थे।
सुबह करीब 07.20 बजे एक मालगाड़ी जो अप रेल लाइन से गुजर रही थी। इसके कारण उक्त दोनों लाइन के किनारे खड़ा हो गए तथा मालगाड़ी के गुजरने के बाद जैसे ही वे लाइन पकड़कर आगे बढ़े तो तुरंत ही उनकी नजर टूटे हुए रेल पटरी पर पड़ी। इसे देखने पर उन्हें तुरंत का टूटा हुआ पटरी दिख रहा था।
इसकी सूचना देने के लिए उक्त दोनों पुसौली स्टेशन आ ही रहे थे कि सामने से आती हुई एक ट्रेन दिखाई दी।
इसके बाद सूझबूझ का परिचय देते हुए अपने पास रखे हुए लाल रुमाल (चुंदरी) को दिखाकर कोलकाता-बीकानेर प्रताप एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर से गाड़ी रोकने के लिए इशारा करने लगे।
लाल रंग के कपड़े को देखकर ड्राइवर द्वारा गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया, परंतु फिर भी इंजन सहित चार बोगी टूटी हुई पटरी से गुजर गई। इसके बाद ट्रेन रुकी।
बताया गया कि इसके बाद प्रताप एक्सप्रेस में तैनात एस्कॉर्ट पार्टी के प्रधान आरक्षी सत्यनारायण साथ अन्य स्टाफ और ट्रैन का ड्राइवर उतरकर घटनास्थल पर पहुंचे तो पाया कि रेल लाइन का बायां पटरी टूट गया है। जहां पटरी टूटा है वहां पर रेल बेल्डिंग किया हुआ था।
इस जगह से कुछ देर पहले ही मालगाड़ी स्पेशल 07.18 बजे गुजर चुकी थी, जबकि ट्रेन संख्या 02496 (प्रताप एक्सप्रेस) समय 07.27 बजे पुसौली स्टेशन से थ्रू पास की है।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची इंजीनियरिंग विभाग के स्टाफ द्वारा टूटे हुए पटरी को क्लैंप लगाकर लाइन को करीब 8:10 बजे 10 किमी के स्पीड के साथ फिट दिया गया।
इसके बाद मौके पर रुकी प्रताप एक्सप्रेस अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। इंजीनियरिंग विभाग द्वारा रेल लाइन मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।
प्रथम दृष्टया में जांच में यह बात सामने आई है कि इस घटना में कोई अपराधिक हस्तक्षेप नहीं है।
रेल महकमे में इस बात की चर्चा चल रही है कि कोलकाता-बीकानेर एक्सप्रेस अपनी जिस निर्धारित गति से चल रही थी। यदि ग्रामीण द्वारा सतर्कता नहीं दिखाई गई होती तो बड़ा रेल हादसा भी हो सकता था।