पटना: उत्तर बिहार में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े जा रहे पानी की वजह से कोसी, नारायणी गंडक, बागमती, बूढ़ी गंडक, और अधवारा समूह की नदियां उफान पर है।
इसकी वजह से उत्तर बिहार के 14 जिलों की 30 लाख आबादी प्रभावित हुई है। फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
सीतामढ़ी में बेनीबाद-रुन्नीसैदपुर मार्ग पर बागमती नदी का पानी ऊपर से गुजरने के कारण वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है।
हालांकि, पटना के दीघा और गांधी घाट सहित अधिकांश स्थानों पर गंगा खतरे के निशान से नीचे बह रही थी।
हाथीदाह, कहलगांव और फरक्का में ही इसका जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
बागमती दरभंगा के कटौंजा में (1.72 मीटर) और मुजफ्फरपुर के बेनीबाद (1.27 मीटर) सहित अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
झंझारपुर में भी कमला खतरे के निशान से 1.80 मीटर ऊपर बह रही थी लेकिन गंडक नदी के बेसिन में रहने वाले लोग गत दो दिन से राहत में हैं।
मुजफ्फरपुर जिले के कटरा-गयाघाट और शहर का जिरो माइल का क्षेत्र बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। अहियापुर थाना तीसरी बार चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है।
इससे फरियादियों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कत हो रही है। पुलिसकर्मी पैंट मोड़ कर थाने पहुंच रहे हैं।
बागमती के पानी से बरुआरी-शिवदाहा मार्ग पर भी पानी चढ़ चुका है, जिससे आवागमन में काफी समस्या हो रही है।
गंडक के जलस्तर में बढ़ोत्तरी से गोपालगंज सदर, बैकुंठपुर और मांझागढ़ के गांवों में अधिक तबाही मची हुई है।
अरेराज, केसरिया, संग्रामपुर, मधुबन, पताही, बंजरिया, सुगौली और आदापुर प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ चुका है। खगड़िया में कोसी की बाढ़ विकराल होती जा रही है।
बेलदौर प्रखंड के अलग अलग गांवों के करीब पांच सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। प्रभावित परिवार ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे हैं। कई घरों में एक से दो फीट पानी है।
लोग घरों में मचान बनाकर, चौकी से चौकी जोड़कर किसी तरह से दिन काट कर रहे हैं।
इतमादी पंचायत की गांधीनगर गांव में करीब सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
घरों में राशन रहने पर चूल्हे नहीं जल पा रहे हैं। चापाकल डूब जाने से बाढ़ का पानी पीने को लोग मजबूत हैं।
बघरा, भोजूटोल, ददरौजा, दिघौन पंचायत की थलहा के करीब एक सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
वैशाली जिले के लालगंज में अस्पतालों में घुसा पानी
जाफराबाद तटबंध टूटने के बाद बिहार के वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। कई गांव के स्कूल और अस्पताल पानी में डूब गए हैं।
बिहार में बाढ़ से वैशाली जिले के लालगंज रेफरल अस्पताल में घुटनों तक पानी भर गया। डॉक्टर के क्लिनिक और लेबर रूम में मछलियां तैर रही थी।