पटना: बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 26 से 30 जुलाई के मध्य संचालित होगा। हालांकि, यह सत्र काफी छोटा यानी सिर्फ पांच दिनों का होगा।
संसदीय कार्य विभाग ने मॉनसून सत्र में होने वाले विधायी काम-काज को लेकर आज विस्तृत कार्यक्रम जारी किया है।
इसको लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गत शुक्रवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय हुआ था।
सत्र की कार्यवाही 26 जुलाई सोमवार को 11 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले शपथ या प्रतिज्ञान ग्रहण (यदि हो) होगा।
इसके बाद बिहार विधान मंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेश की प्रमाणित कृतियों का सदन पटल पर रखा जायेगा।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणिका उपस्थापन और अंतिम में शोक-प्रकाश के बाद पहले दिन सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी।
दूसरे दिन 27 जुलाई मंगलवार को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य होंगे। अगले दिन 28 जुलाई को भी राजकीय एवं अन्य राज्य किए कार्य किए जाएंगे।
इसके बाद 29 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2021-2022 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पर वाद-विवाद मतदान एवं तत्संबंधी विनियोग विधेयक प्रस्तुत किया जाएगा।
अंतिम दिन यानी 31 जुलाई को गैर सरकारी सदस्यों के कार्य यानी गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे। इसके बाद मॉनसून सत्र का समापन हो जाएगा।
विधान परिषद की कार्यवाही भी 26 जुलाई को 11:00 बजे से शुरू होगी।
पहले दिन 26 जुलाई को शपथ या प्रतिज्ञान ग्रहण (यदि हो), बिहार विधान मंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में महामहिम राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणिक नीतियों का सदन पटल पर रखा जाएगा।
वित्तीय वर्ष 2021-2022 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन और शोक-प्रकाश के साथ ही पहले दिन की कार्यवाही स्थगित होगी।
दूसरे दिन यानी 27 जुलाई को गैर सरकारी सदस्यों के कार्य यानी गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे।
इसके बाद 28 और 29 जुलाई को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य होंगे।
अंतिम दिन 30 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2021-22 की प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पर सामान्य वाद-विवाद एवं विनियोग विधेयक पेश होगा।
इसके साथ ही विधान परिषद के सत्र का समापन हो जाएगा।