Bihar Constable Exam Paper leak : बिहार (Bihar) के इकोनामिक ऑफेंस यूनिट यानी आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बिहार पुलिस में सिपाही (Constable) के 21391 पदों पर बहाली (Recruitment) के लिए 1 अक्तूबर 2023 को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक (paper Leak) मामले का भी खुलासा कर दिया है।
बताया जाता है कि BPSC की शिक्षक भर्ती परीक्षा-3 और NEET UG 2024 के पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया (Sanjeev Mukhiya) और उसके गिरोह ने ही परीक्षा से चार दिन पहले सिपाही बहाली का प्रश्नपत्र भी हासिल कर लिया था।
इस तरह प्रश्नपत्र किया गया हासिल
गिरोह ने प्रश्नपत्रों की प्रिंटिंग, पैकेजिंग व जिला कोषागारों में सुरक्षित पहुंचाने को लेकर चयनित एजेंसी के साथ साठगांठ कर प्रश्नपत्र लीक कांड को अंजाम दिया।
उसने प्रश्नपत्र को मोतिहारी ले जा रही गाड़ी को छह घंटे पटना में रोके रखा और उसके बक्सों और लिफाफे को खोल कर प्रश्नपत्र का फोटो खींच लिया। बाद में प्रश्न पत्र सॉल्व कर इनकी आंसर-की अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उनको उपलब्ध कराई गई ।
यही ‘आंसर-की’ परीक्षा के दिन वायरल हुई थी।
EOU की जांच में पता चला है कि प्रश्नपत्र व गोपनीय सामग्री को प्रेस से जिला कोषागारों तक सीधे भेजना था, लेकिन खुली गाड़ियों में बिना सील लॉक व बिना सुरक्षाकर्मी के प्रेस से कोलकाता स्थित वेयर हाउस में भेजा गया।
फिर इन सामग्री को जिला कोषागारों में न पहुंचा कर पटना स्थित वेयरहाउस में अनलोड किया गया था।
फर्जी निकली कंपनी
केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने सिपाही भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्रों की प्रिंटिंग, पैकेजिंग व जिला ट्रेजरी तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए कोलकाता की जिस कंपनी कैलटेक्स मल्टीवेंचर प्रालि से करार किया था, वह फर्जी निकली।
EOU की जांच में इसके पंजीकृत कार्यालय के पते पर मात्र एक कमरा था और वहां इस कंपनी का कोई कर्मी कार्यरत था।
इसका अपना कोई भी प्रिंटिंग प्रेस, वेयर हाउस या लॉजिस्टिक व्यवस्था नहीं है। इसने ये सभी कार्य स्वयं न कर ब्लेसिंग सिक्योर नामक कंपनी को आउटसोर्स कर दिया, जो गिरफ्तार अभियुक्त कौशिक कर की कंपनी है।
कौशिक पूर्व में UPPCS की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का अभियुक्त रहा है।