Bihar Residential Training for Teachers: बिहार में इस बार मुस्लिम शिक्षकों (Muslim Teachers) को ईद मनाने में परेशानी हो सकती है।
वजह ये है कि अपने फैसलों के लिए चर्चा में रहे अपर मुख्य सचिव KK पाठक एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) में शिक्षकों को आवासीय ट्रेनिंग का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है।
ट्रेनिंग कार्यक्रम 8 अप्रैल से शुरू
इस पर इमारत-ए-शरिया (Ibadan-e-Sharia) के महासचिव मोहम्मद शिब्ली अल कासमी ने पत्र लिखकर मांग की है कि 8 अप्रैल से शुरू हो रहे आवासीय प्रशिक्षण (Residential Training) की तारीख बदली जाए।
उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहार के मौके पर देशभर में छुट्टी का ऐलान किया गया है। लेकिन आवासीय प्रशिक्षण की तारीख के चलते मुसलमान टीचर ईद नहीं मना पाएंगे।
डेट बदलने की उठने लगी है मांग
बता दें कि 8 अप्रैल से 13 अप्रैल तक शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण होने वाला है। बता दें कि इससे पहले होली के मौके पर भी शिक्षकों की आवासीय Training रखी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 6 दिन की ट्रेनिंग में 19000 के करीब टीचरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
हालांकि प्रदेश के सभी 6 लाख शिक्षकों को Trend करने का टारगेट तय किया गया है। लेकिन ट्रेनिंग सेंटर की संख्या कम होने के कारण एक बैच में करीब 19000 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बता दें कि जब होली के समय ट्रेनिंग रखी गई थी तब भी शिक्षक संगठनों और राजनेताओं ने तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन विभाग ने एक ना सुनी। उम्मीद है कि 10 या 11 अप्रैल को ईद पड़ सकती है। ऐसे में Training के कारण कई लोग यह खास त्योहार मना नहीं पाएंगे।
शिबली अल कासमी ने पत्र में सरकार से सवाल किया है कि ईद के दिन Muslim Teacher कैसे ट्रेनिंग कर सकते हैं। मुस्लिम टीचर परिवार के साथ ईद कैसे मनाएगा। इस ट्रेनिंग की तिथि में तत्काल परिवर्तन का निर्णय लिया जाए।