Negligence of a doctor : नीम हकीम खतरे जान वाली कहावत Bihar के सारण जिले में सच साबित हुई है। यहां गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर स्थित एक निजी क्लीनिक में झोलाछाप चिकित्सक की अज्ञानता से 15 साल के एक किशोर मरीज की Death हो गयी।
इस मामले में मृतक किशोर के पिता चंदन शाह ने गणपति सेवा सदन के कथित चिकित्सक अजीत कुमार पुरी और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने रविवार की देर रात आरोपित अजीत कुमार पुरी को Arrest कर लिया और मोतीराजपुर धर्मबागी बाजार स्थित गणपति सेवा सदन को सील कर दिया है।
परिजनों ने मौखिक तौर पर आरोप लगाया है कि झोलाछाप डॉक्टर ने YouTube पर Video देखकर किशोर के पथरी का ऑपरेशन कर दिया। हालांकि दर्ज प्राथमिकी में YouTube देखकर सर्जरी की बात नहीं है।
मृतक के पिता ने दर्ज कराई FIR
मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुआलपुर गांव निवासी चंदन साह के पुत्र कृष्णा कुमार उर्फ राजू को दो सितंबर को उल्टी होने के बाद उसके परिजन इलाज के लिए मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में ले गए थे।
वहां दो दिनों तक चले इलाज से सेहत में थोड़ा सुधार हो गया। लेकिन, डॉक्टर ने कहा कि मरीज के गॉल ब्लॉडर में पथरी है। ऑपरेशन के लिए 50 हजार रुपये भी क्लीनिक ने लिये।
मृतक गोलू के पिता चंदन साह ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि शुक्रवार को डॉक्टर ने पेट फाड़कर उसका ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान जब उसकी स्थिति बिगड़ने लगी तो अजीत कुमार पुरी निजी वाहन से उसे पटना लेकर चला गया। साथ में मरीज के कुछ रिश्तेदारों को भी गाड़ी में बैठा लिया। रास्ते में मरीज की मौत हो गई।
पटना के जिस निजी अस्पताल में मरीज को ले जाया गया वहां अस्पताल प्रबंधन ने भर्ती से इनकार कर दिया तो गणपति सेवा सदन का डॉक्टर गाड़ी लेकर भाग गया। बाद में दूसरे वाहन से परिजन मरीज का शव लेकर मोतीराजपुर पहुंचे। तब तक गणपति सेवा सदन के कर्मचारी फरार हो गए।
चंदन साह का कहना है कि चिकित्सक की लापरवाही से उनके पुत्र की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने उनकी सहमति के बगैर उनके बेटे का ऑपरेशन कर दिया।
शनिवार को परिजनों ने पुलिस के समक्ष शिकायत की थी कि डॉक्टर ने मोबाइल पर YouTube देखकर ऑपरेशन किया। इसी वजह से मरीज की जान चली गई।