पटना: बिहार में शिक्षा व्यवस्था (Education System) को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। यहां शिक्षकों की कमी (Teachers Shortage) को पूरा किया गया है और सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में किसी भी स्कूल में एक ही कमरे में दो कक्षाएं किसी भी हाल में न लगें इसे सुनिश्चित करें।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव KK पाठक ने अपने पत्र में कहा है कि एक लाख दस हजार नए शिक्षकों ने स्कूलों में योगदान किया हैं। जनवरी 2024 तक एक लाख और शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
पाठक ने जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि शिक्षकों की संख्या को देखते हुए स्कूलों में आधारभूत संरचना के विकास की तुरंत आवश्यकता है।
अतिरिक्त कमरों और प्रीफेब कक्षाओं (स्टील ढांचे का) का निर्माण जल्द कराएं। सभी DM सुनिश्चत करेंगे कि नए शिक्षकों के आने के बाद ऐसी स्थिति नहीं आये कि एक ही कमरे में दो शिक्षक कक्षाएं लेते हुए दिख जाएं। ऐसी स्थिति आ सकती है कि एक स्कूल में कमरे कम हों और शिक्षक अधिक हों।
बिहार शिक्षक भर्ती में आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर 2023 है
विशेषकर प्राथमिक और मध्य विद्यालय में यह समस्या आएगी। इसलिए तुरंत अपने जिले के जन प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर किन स्कूलों में क्या काम किया जाएगा, उसको चिह्नित करें।
प्राथमिकता केवल एक रहनी चाहिए कि हर शिक्षक के लिए एक कमरा जरूर हो। उदाहरण के लिए किसी स्कूल में पांच शिक्षक हैं (प्रधानाध्यापक को छोड़कर) तो उस प्राथमिक स्कूल में पांच कमरे भी होने चाहिए। उन्होंने कहा है कि पिछले तीन माह में करीब 1036 प्रीफैब कक्षाएं बनाए गए हैं।
इस गति को और तेज करने की जरूरत है। इसके लिए जितनी राशि जिला मांगेगा विभाग उतनी राशि उपलब्ध कराएगा। आपको बता दें कि BPSE की ओर से दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती में 1.22 लाख पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है।
बिहार शिक्षक भर्ती (Bihar Teacher Recruitment) में आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर 2023 है। शिक्षक भर्ती आवेदन संबंधी शर्तों की विस्तृत जानकारी BPSC की वेबसाइट पर देख सकते हैं।