पटना: बिहार में नीतीश कुमार की सत्ता वापसी में महिला मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती रही है।
यही कारण है कि जनता दल (युनाइटेड) ने महिलाओं को पार्टी से जोड़ने की रणनीति बनाई है।
पार्टी ने अब जिला और प्रखंड मुख्यालयों में महिला जदयू कार्यालय खोलने की रणनीति बनाई है।
इसके अलावा महिला संगठन समाज सुधार को लेकर लोगों को जागरूक करेगा।
महिला जदयू अध्यक्ष डॉ. श्वेता विश्वास ने बताया कि महिलाओं को जागरूक करने और सरकार के विकास कार्यक्रमों की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए जिला और प्रखंड स्तर पर महिला जदयू कार्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है।
उन्होनंे बताया कि शिक्षा और आत्मनिर्भरता को लेकर जनजागृति अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी पहले भी सामाज सुधार को लेकर कई तरह के काम कर रही है, उन कार्यो को अब और गति प्रदान की जाएगी।
महिला जदयू की प्रवक्ता अंजुम आरा भी कहती हैं कि बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या एवं शराबबंदी के खिलाफ महिला सशक्तीकरण को लेकर जिला और प्रखंड स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं की शिक्षा और आत्मनिर्भरता की कई योजनाएं चल रही हैं, लेकिन उन योजनाओं से गांव की महिलाएं अनभिज्ञ हैं।
जदयू महिला अब योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने की योजना बनाएगी।
उन्होंने कहा कि प्राखंड और जिला में कार्यालय खुलने के बाद समाज सुधार वाहिनी की महिलाओं को भी मदद मिलेगी और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में भी उन्हें मदद मिलेगी।