पटना: पटना जिले के एक युवक ने आरोप लगाया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष प्रसाद यादव ने उन्हें धमकी दी है और जमीन खरीदने के लिए भुगतान किए गए पैसे वापस करने को कहा है।
हालांकि नेता ने आरोप से इनकार किया है।
इसकी शिकायत बिहटा प्रखंड निवासी भीम वर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में की।
शिकायतकर्ता ने कहा, हमने 27 फरवरी, 2021 को सुभाष प्रसाद यादव की पत्नी रेणु देवी को 96 लाख रुपये में एक जमीन बेची थी। उन्होंने 60,50,000 रुपये नकद और शेष राशि ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से दी थी। अगले दिन (28 फरवरी, 2021) को उसने मेरी मां और भाई को बुलाया और उन्हें बंधक बना लिया और मुझसे 60,50,000 रुपये वापस करने को कहा, जो उन्होंने हमें नकद में दिए थे।
वर्मा ने दावा किया, चूंकि मेरी मां और भाई के लिए जान का खतरा था, इसलिए मैंने उन्हें नकद राशि लौटा दी है।
उन्होंने कहा, मेरे पास अपनी मां और भाई की कैद के ऑडियो और वीडियो सबूत हैं और उस समय के दौरान गवाह के रूप में गांव बेला के सरपंच समेत 10 लोगों की उपस्थिति में मैंने उन्हें वह राशि लौटा दी थी।
वर्मा ने कहा कि घटना के बाद उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा, तेजस्वी यादव, विजय कुमार चौधरी समेत सत्ता और विपक्षी दलों के कई नेताओं से मुलाकात की, लेकिन उनमें से किसी ने भी उनकी मदद नहीं की।
उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनका या उनके परिवार का सुभाष यादव से कोई संबंध नहीं है। इसलिए, आपको पुलिस के पास जाना चाहिए। जब मैं पुलिस के पास पहुंचा, तो उन्होंने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने मुझे एफआईआर दर्ज कराने के लिए अदालत जाने के लिए कहा।
शिकायतकर्ता वर्मा ने आगे कहा, मैंने जुलाई 2021 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए एक ऑनलाइन अनुरोध दर्ज किया है और पिछले साल अक्टूबर से यहां आ रहा हूं, लेकिन अथॉरिटी ने मुझे उनसे मिलने का मौका नहीं दिया है। मुझे यकीन है कि मुख्यमंत्री मेरी समस्या का समाधान करेंगे।
हालांकि सुभाष यादव ने दावा किया कि उन्होंने वर्मा को 36 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे।
यादव ने पटना में मीडियाकर्मियों से कहा, मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। मैं अपनी छवि खराब करने के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।