कटिहार: देश की सबसे प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त कर जिले के कदवा प्रखंड अन्तर्ग कुम्हडी निवासी शुभम ने कटिहार सहित बिहार का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया है तथा लाखों छात्रों के प्रेरणास्रोत बने हैं।
शुभम बचपन से ही टॉपर रहा है। पहले स्कूल फिर कॉलेज और अब यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में भी।
शुभम के पिता देवानंद सिंह उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक पूर्णियां में प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं।
शनिवार को हिन्दुस्थान समाचार से खास बात करते हुए शुभम के पिता देवानंद सिंह ने कहा कि UPSC परीक्षा (2020) में मेरा बेटा देशभर में टॉप करेगा यह उम्मीद ना हमें ना ही शुभम को थी।
हां इतना उम्मीद थी कि टॉप 100 में जरूर शुभम रहेगा। देवानंद सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम छह बजे जब बैंक ब्रांच बंद कर सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे, उसी समय शुभम का फोन आया और बोला कि पापा हम UPSC परीक्षा में प्रथम रैंक आया है।
उन्होंने बताया कि वो बहुत भावुक क्षण था मेरे लिए और शुभम के लिए भी।
शुभम की शिक्षा को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए देवानंद सिंह ने बताया कि जब वो चार वर्ष का था तब अपने चाचा जी के साथ पटना के एक निजी स्कूल में दो से पांच वर्ग की पढ़ाई पूरी की।
वर्ग छह से 10 तक कि पढ़ाई पूर्णियां के एक निजी विद्यालय में की। उन्होंने बताया कि जबकि, 12वीं की पढ़ाई चिन्मया विद्यालय बोकारो से हुई।
उसके बाद शुभम ने 2014 से 2018 तक आईआईटी बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिग किया और फिर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी। शुभम ने 2019 में 209वां रैंक हासिल किया था। इससे वो संतुष्ट नहीं था।
इसके बाद 2020 में यूपीएससी का दुबारा परीक्षा देकर शुभम ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है।
शुभम के पिता देवानंद सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चों में बेटी बड़ी है। बेटी अंकिता कुमारी इंदौर के आरआर कैट में न्यूक्लियर साइंटिस्ट है। वह भी टॉपर रही है। शुभम बेटी से छोटा है।
वह भी पढ़ाई में शुरू से टॉपर रहा है। उन्होंने बताया कि शुभम मुंबई से भाया दिल्ली होते हुए रविवार शाम तक कटिहार आएगा।