पटनाः तमिलनाडु (Tamil Nadu) में बिहारी लोगों (Bihari People) पर हमले की कथित भ्रामक Video (Misleading Video) पोस्ट करने के आरोपों से घिरे Youtuber मनीष कश्यप (Manish Kashyap) को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है।
मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर थाने (Jagdishpur Police Station) में सरेंडर किया है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बेतिया SP उपेंद्र नाथ वर्मा (Upendra Nath Verma) ने मनीष की गिरफ्तारी की जानकारी दी है।
मगर ऐसा नहीं है कि मनीष कश्यप (Manish Kashyap) पर यह को पहला मामला है। जिसके आधार पर उन पर कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी Manish Kashyap करीब एक दर्जन मामलों में वांछित अपराधी हैं।
कुर्की शुरू होते किया सरेंडर, EOU करेगी पूछताछ
जानकारी के मुताबिक मनीष को आर्थिक अपराध इकाई को सौंपा जा रहा है। EOU उनसे पूछताछ करेगी। Court से आदेश मिलने के बाद कई थानों की Police मनीष कश्यप के घर पर कुर्की जब्ती के लिए पहुंची।
उनके घर पर Bulldoser भी चलाए गए और घर के सामान जब्त किए गए। मनीष कश्यप का घर बेतिया के Majhaulia Police Station अंतर्गत महना डुमरी गांव में है।
इधर मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही थाने के बाहर बड़ी संख्या में उसके समर्थकों की भीड़ जुट गई है। बड़ी संख्या में युवा थाने की गेट पर जुटे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।
7 अपराधिक मामले हैं दर्ज
मनीष कश्यप पर तमिलनाडु केस (Tamilnadu Case) के अलावे बेतिया में 7 अपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 5 मामलों में Charge Sheet दायर है। मनीष ने पटना हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी।
याचिका रद्द कर दिए जाने के बाद वह फरार चल रहे थे। कई मामलों में Police उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस की दबिश बढ़ाए जाने के बाद उन्होंने Surrender कर दिया है।
पश्चिमी चंपारण के SP उपेंद्र नाथ वर्मा ने मनीष के सरेंड की पुष्टि की है। SP ने कहा कि जिले में उन पर दर्ज 5 मामलों में पुलिस Chargesheet दायर कर चुकी है। सरेंडर के बाद उन्हें पूरी सुरक्षा में रखा गया है। जिले में दर्ज मामलो में भी पुलिस उन्हें रिमांड (Remand) करेगी।
कई मामलों में वांछित है Youtuber मनीष कश्यप
बताते चलें कि गिरफ्तारी तो आज हुई है। लेकिन इससे पहले भी वो कई मामलों में वांछित रहे हैं। इससे पहले कांड संख्या 193/21 मझौलिया कांड (Majholia Case) में मनीष कश्यप की जमानत उच्च न्यायालय (High Court) ने खारिज कर दी थी।
इसके अलावा एक और मामले में पटना हाई कोर्ट ने भी मनीष कश्यप की अग्रिम जमानत खारिज की है। बताते चलें पिछले डेढ़ हफ्ते से मनीष कश्यप (Manish Kashyap) पर गिरफ्तारी (Arrest) की तलवार लटकी हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार मनीष कश्यप बेतिया में ही कहीं छिपे थे। Court के आदेश के बाद जब पुलिस टीम उनके बेतिया के आवास पर कुर्की करने पहुंची तब जाकर Youtuber मनीष ने सरेंडर किया।
घर कुर्क करने के लिए कई थानों की पुलिस को बुलाया गया था
दरअसल, मनीष कश्यप के घर की पुलिस की ओर से कुर्की जब्ती की जा रही थी। उसी दौरान Jagdishpur Police Station में पहुंचकर मनीष ने अपने आप को सरेंडर किया।
वे पिछले कई दिनों से फरार चल रहे थे। यूट्यूबर मनीष कश्यप पर भ्रामक खबर (Misleading News) फैलाने और लोगों को गुमराह करने का आरोप था। इस आरोप में लंबे समय से पुलिस मनीष को तलाश रही थी।
मनीष की गिरफ्तारी (Arrest) को लेकर कोर्ट के आदेश के बाद कुर्की शुरू की गई थी। घर कुर्क करने के लिए कई थानों की पुलिस को बुलाया गया था।
मझौलिया थाना (Majhaulia Police Station) क्षेत्र के महना डुमरी में मनीष कश्यप का है। जहां बेतिया पुलिस की ओर से यह कार्रवाई की गई।
9 बजे जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया
मनीष कश्यप (Manish Kashyap) के मझौलिया थाने के डुमरी महना स्थित घर की कुर्की पुलिस (Kurki Police) ने शनिवार को शुरू की। पांच बजे से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल, Magistrate के साथ पुलिस अधिकारी उसके घर पर पहुंचने लगे।
तय समय पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इधर, पुलिस दबिश पर मनीष ने Jagdipur Police Station में सरेंडर कर दिया।
SDPO मुकुल परिमल पांडे ने बताया कि मनीष कश्यप फरार चल रहा था। उसके घर की कुर्की की गई। उसके बाद करीब 9 बजे उसने जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया।