नई दिल्ली: लगभग नौ दशक पहले मोदी इंटरप्राइजेज ने पारंपरिक व्यवसाय से अपना कारोबारी सफर शुरू किया था और आज यह 1.5 अरब डॉलर का साम्राज्य बन चुका है।
इसने कई क्षेत्रों में कदम रखा और सफलता के झंडे भी गाड़े।
कृषि क्षेत्र, रसायन क्षेत्र, तंबाकू, पान मसाला, माउथ फ्रेशनर्स, कन्फेक्शनरी, रिटेल, शिक्षा, कॉस्मेटिक, मनोरंजन, डायरेक्ट सेलिंग, फैशन ट्रैवल और रेस्तरां आदि ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिसमें मोदी इंटरप्राइजेज ने उम्दा प्रदर्शन किया है।
कंपनी अपने विभिन्न कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।
कंपनी के सीएसआर कार्यक्रम हेल्थकेयर, शिक्षा, कौशल विकास, सतत आजीविका, कला और संस्कृति पर केंद्रित होते हैं।
मोदी इंटरप्राइजेज की अध्यक्ष डॉ. बीना मोदी के अनुसार, देखभाल, सहानुभूति और परिवार जैसे बुनियादी मूल्य हमेशा मोदी एंटरप्राइजेज के लिए अक्षुण्ण बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 1930 के दशक की शुरुआत से ही जिम्मेदारी हमेशा हमारे परिवार के लिए एक आवश्यक प्रेरणा शक्ति रही है।
समाज को वापस देने की इच्छा, और जो लोग हमारी यात्रा में हमारे साथ रहे हैं, वे हमेशा हमारी कंपनी की आधारशिला रहे हैं। इस विरासत को आगे ले जाने पर मुझे गर्व है।
बीना मोदी के रणनीतिक मार्गदर्शन में मोदी एंटरप्राइजेज में सीएसआर कार्यक्रमों को फिर से परिभाषित किया गया है, ताकि कॉरपोरेट रणनीति और व्यापार स्थिरता में एकीकरण सुनिश्चित की जा सके।
प्रत्येक समूह कंपनी व्यवसाय और समुदाय दोनों को एक सहयोगात्मक तरीके से बदलने के लिए एक प्रभावी चैनल के रूप में सीएसआर का उपयोग कर रही है।
गॉडफ्रे फिलिप और इंडोफिल जैसी कंपनियां एकीकृत ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य व स्वच्छता, पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए तत्पर दिख रही हैं, जबकि अन्य कंपनियां बच्चों के लिए गुणवत्ता व आधुनिक शिक्षा, युवाओं व महिलाओं को सशक्त आकर्षक बनाने, भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
समीर मोदी द्वारा स्थापित मोदीकेयर फाउंडेशन सक्रिय रूप से समूह के परोपकार-कार्यक्रमों का विस्तार कर रहा है।
1996 में स्थापित मोदीकेयर फाउंडेशन का मुख्य फोकस क्षेत्र शिक्षा, जीवन कौशल और नेतृत्व विकास क्षमता के माध्यम से एक समग्र दृष्टिकोण विकसित करके बच्चों, किशोरों और महिलाओं का सशक्तिकरण है।