रांची: कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू के खौफ का असर रांची के बाजारों में दिखने लगा है। रविवार को खुदरा में मुर्गा 120 रुपए किलो तक पहुंच गया है।
वहीं प्रति कैरेट अंडे के दाम में भी 15 रुपए की कमी आयी है। अंडे का कैरेट अब 170 रुपए में मिल रहा है।
रविवार को थोक में मुर्गा 90 से 100 रुपए किलो बिका।
डेली मार्केट के थोक व्यापारी मो. राशिद बताते हैं कि रांची में बर्ड फ्लू का एक भी केस नहीं आया है।
इसके बाद भी लोगों ने चिकेन और अंडे से किनारा कर लिया है।
जनवरी के महीने में आमतौर पर रेट टाइट रहता था। मगर इस बार उल्टा हो रहा है। इससे व्यापारी काफी परेशान हैं।
आधे से भी कम हुई चिकेन की खपत
व्यापारी का कहना है कि बर्ड फ्लू के दस्तक से पहले ही व्यापारियों ने ठंड को देखते हुए पोल्ट्री पालकों को अपना आर्डर दे दिया था।
लेकिन खुदरा माल की बिक्री कम हो गई है। होटल व्यापारी भी मुर्गा और अंडा कम या न के बराबर खरीद रहे हैं।
हाल ये है कि पहले रांची में 75 हजार किलो मुर्गे की जरूरत होती थी। अब मांग 30 हजार के नीचे जा रहा है।
यही हाल अंडे का भी है। इससे बाजार में बड़ी मात्रा में माल स्टाक हो गया है।
माल स्टाक हो जाने से व्यापारी औने-पौने भाव में भी माल निकालने को तैयार हो रहे हैं।
बेहतर व्यापार का फरवरी तक सीजन
राज्य के सबसे बड़े अंडा व्यापारी केडी सिंह एग के जीएम संतोष कुमार ने बताया कि राज्य में बर्ड फ्लू का एक भी केस नहीं है।
दिसंबर से फरवरी का सीजन बेहतर व्यापार का माना जाता है।
ऐसे में बर्ड फ्लू का भय व्यापार में जान लेने वाला साबित हो रहा है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एस मंडल का कहना है कि इस वक्त लोगों को चिकेन या अंडा हल्का कूक खाने से बचना चाहिए।
पाल्ट्री प्रोडक्ट को अच्छे से पकाकर खाएं। पूरी तरह पकाने के बाद ये वायरस मर जाता है।
रोस्ट चिकेन के प्रयोग से भी अभी बचना ठीक रहेगा।
अच्छे से पका चिकेन या अंडा खाने में कोई दिक्कत नहीं है।
हालांकि अभी राज्य में कोई भी बर्ड फ्लू का केस नहीं आया है।