न्यूज़ अरोमा रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा है कि भाजपा को अब धर्म की याद आ रही है। भाजपा के लिए झारखंड में अब कुछ नहीं बचा है।
भाजपा की राम नाम सत्य की यात्रा निकल चुकी है। अब उनको धर्म का बोध हो रहा है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को प्रेसवार्ता में कहा कि भाजपा ने लोक आस्था के महापर्व छठ को एक विशेष वोट बैंक को खुश करने के लिए उसे धर्म की राजनीति से जोड़ा गया, जो दुखद है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भारत सरकार के गाइडलाइन के अनुसार ही छठ महापर्व को लेकर गाइडलाइन जारी की थी। लेकिन भाजपा ने धर्म के नाम पर राजनीति की। राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है कि राज्य वासियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी। सरकार ने उसी के अनुरूप गाइडलाइन जारी किया था।
उसे धर्म की राजनीति से जोड़ा गया जो कि दुखद है। लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संवेदनशील इंसान हैं। राज्य वासियों की आकांक्षा का सम्मान करना उनको आता है।
लोक आस्था को देखते हुए छठ की गाइड लाइन में कुछ सुधार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि महत्वपूर्ण बात कि हमें परहेज करना चाहिए, खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इसी बात को दिल्ली हाईकोर्ट ने इंडक्ट किया है। कोर्ट ने कहा है कि छठ में लोगों को पूजा अर्चना के लिए एहतियात बरतना चाहिए। लोगों को नदियों, तालाबों में नहीं जाना चाहिए। क्योंकि एक संक्रमित से सभी लोग संक्रमित हो सकते हैं। इस प्रकार की छूट नहीं दे सकते।