लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना लिखित बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने चार वर्षों में प्रदेश को बुरी तरह चौपट किया है।
प्रदेश 20 वर्ष पीछे चला गया है, जो काम समाजवादी पार्टी की सरकार के समय हो रहे थे और प्रदेश प्रगति तथा विकास के रास्ते पर रफ्तार पकड़ रहा था, उन कामों को भाजपा सरकार ने न केवल रोक दिया बल्कि चल रही जनहित की योजनाओं में भी पलीता लगा दिया है।
सच तो यह है कि विपदा के चार वर्षो में भी जश्न मनाने का अवसर भाजपा ने ढूंढ लिया है।
अखिलेश ने कहा कि किया कुछ नहीं मगर आसमान सिर पर उठा लिया।
भाजपा के पास एक ही पुराना रिकार्ड है, जिसे वे रोज-रोज बजाते हैं। जनता के कान इससे पक गए हैं।
आंखों में धूल झोंकने का भाजपा अंतिम प्रयास कर रही है और उसके झूठे आंकड़ों के कहर ने पूरे प्रदेश को प्रदूषित कर दिया है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है। फसल का न तो ड्योढ़ा मूल्य मिला और नहीं एमएसपी पर धान बिका।
आय दोगुनी की बातें अब नहीं की जातीं। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय मंडिया बन रही थी।
भाजपा ने उन्हें रोक दिया। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। रोटी-रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है। शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। अपराधी जेल में हैं तो अपराध क्यों हो रहे है ?
जेल से अपराधी गतिविधियों का संचालन कैसे हो रहा है ? भाजपा ने समाज में नफरत फैलाकर सामाजिक तनाव पैदा किया है।
प्रदेश में रोजगार के झूठे आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। प्रदेश में कई निवेशक सम्मेलनों के बावजूद सरकार बताए कितना निवेश आया ? कौन सा नया उद्योग लगा ? किस बैंक में किस उद्यमी को कर्ज मिला ?
लघु मध्यम उद्योग लगातार बंद हो रहे हैं। स्मार्टसिटी बन रही है तो प्रदूषण क्यों बढ़ता जा रहा है ?
अखिलेश ने कहा कि भाजपा का यह दावा कितना सतही है कि मां गंगा निर्मल हो गई है। गंगा और गाय के अभिशाप से भी भाजपा को डर नहीं लगता है। यमुना का पानी काला हो गया है।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनाया जिस पर युद्धक विमान उतरे।
भाजपा एक भी एक्सप्रेस-वे नहीं बना पाई पर उनका हल्ला मचा रही है।
मेट्रो समाजवादी पार्टी की सरकार लखनऊ में चली, भाजपा के चार साल में भी वह जहां तक चली थी वहां से एक कदम आगे नहीं बढ़ सकी।
राज्य के दूसरे जनपदों की कौन कहे वीवीआईपी जिलों वाराणसी और गोरखपुर तक में भी मेट्रो की पटरी नहीं बिछ सकी।