मेदिनीनगर: राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार की बढ़ती घटनाओं एवं जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आज समाहरणालय परिसर में हेमंत सरकार के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी ने एकदिवसीय धरना दिया।
भाजपा ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी उपायुक्त को सौंपा।
धरना की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष नरेंद्र पांडे एवं संचालन महामंत्री उपेंद्र सिंह ने की जबकि और धन्यवाद ज्ञापन जिला मंत्री धर्मेंद्र उपाध्याय ने दिया।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख मनोज सिंह ने कहा कि झारखंड में बलात्कार के मामलों की भयावह स्थिति है।
झारखंड प्रदेश में हेमंत सोरेन सरकार के आने के बाद पिछले एक वर्ष में 1765 दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं।
प्रत्येक दिन 5 दुष्कर्म एवं पांच हत्याएं प्रदेश में हुई है।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों के हिसाब से 432 किशोरियों की आयु 18 वर्ष से कम है।
इनमें से 600 आदिवासी महिलाएं तथा 432 दलित महिलाएं हैं।
मनोज ने कहा कि 03 जनवरी की रात में ओरमांझी में महिला से सामूहिक दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या दरिंदगी व हैवानियत की पराकाष्ठा है, लेकिन राज्य सरकार मौन और पुलिस प्रशासन सुस्त है।
वरिष्ठ नेता श्याम नारायण दुबे ने कहा कि हेमंत सरकार का एक साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, अपराध, नक्सलवाद के साथ महिलाओं, आदिवासियों व दलितों पर अत्याचार एवं बलात्कार की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ रही है।
प्रशासन एवं सरकार इसे रोकने में पूर्णत विफल साबित हो रही है।
जिलाध्यक्ष नरेंद्र पांडे ने कहा कि हेमंत सरकार के एक में जनता बदहाल है और मंत्री मालामाल हैं।
सभी विभागों में दलाल सक्रिय हैं। महिला उत्पीड़न एवं यौन शोषण में भारी वृद्धि हुई है।
धरना पर लवली गुप्ता, अमित तिवारी, विजयानंद पाठक, शिवकुमार मिश्रा, दुर्गा जौहरी, विभाकर पांडे, विजय ओझा एवं अन्य नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। धरना उपरांत राज्यपाल के नाम का एक ज्ञापन उपायुक्त पलामू को सौंपा गया।