रांची: झारखंड कांग्रेस ने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि देश की नवरत्न कंपनियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों को एक एक कर बेचने वाले नेताओं को विकास की बातें शोभा नहीं देती हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने रविवार को कहा कि झूठ और जुमलेबाजी की राजनीति करने वाले राज्य के सांसदों से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या एक भी गोद लिए हुए गांव विकसित हुए हैं।
याद करें वह दिन जब 2015 में प्रधानमंत्री ने देश के सांसदों से एक गांव गोद लेकर उसे विकसित करने का टास्क दिया था।
क्या झारखंड के एक भी गांव विकसित हुए जवाब है नहीं।
शहर के बीचोबीच जिस तरह से बड़ा तालाब के सुंदरीकरण और रात्रि बाजार का ढ़िंढ़ोरा पीटा गया था क्या वह टाय टाय फिश नहीं हुआ जवाब है हां।
देश की नदियों के साथ-साथ राजधानी के बीचो बीच क्या हरमू नदी आज तक साफ हो पाई जवाब है।
कोरोना काल में महंगाई चरम पर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 10 रुपये प्रति बैरल होने के बावजूद देश की जनता को इसका लाभ मिला जवाब है नहीं।
क्या झारखंड के सांसदों ने कोरोना काल में गरीबों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए किसी प्रकार की कोई सहायता की जवाब है नहीं।
अब भी वक्त है 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज से झारखंड की जनता को सहायता पहुंचाने का काम करें या फिर घोषणा करें कि यह भी एक जुमला ही था।