Trinamool Congress MP Mahua Moitra : BJP सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने दावा किया है कि लोकपाल ने आज मेरी शिकायत पर आरोपी सांसद महुआ (Mahua) के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर CBI जांच की सिफारिश की है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’
इससे पहले खबर आई थी कि महुआ मोइत्रा पर ‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’ के आरोपों की जांच कर रही लोकसभा की आचार समिति की अहम बैठक नौ नवंबर को होगी। पहले यह बैठक बीते दिन ही होनी थी। इस दौरान मसौदा रिपोर्ट को स्वीकार करने पर चर्चा की जानी है।
समिति में 15 सदस्य
बैठक की तारीख से ऐसे मायने निकाले जा रहे हैं कि भाजपा सांसद विनोद कुमार (Vinod Kumar) सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है और अब वह अपनी सिफारिश करेगी। इससे पहले समिति के सदस्य दो नवंबर को साथ आए थे। समिति में 15 सदस्य हैं, जिनमें बहुमत भाजपा का है।
सूत्रों की मानें तो समिति मोइत्रा के आचरण पर गंभीर रुख अपना सकती है। खासकर तब जब उन्होंने पिछली बैठक में सोनकर पर गंभीर आरोप लगाए थे।
सोनकर ने मोइत्रा के आरोपों से इनकार किया है। समिति में शामिल विपक्षी दलों के सदस्यों ने मोइत्रा के रुख का समर्थन किया था। दो नंवबर की बैठक में हंगामे के बाद वे बाहर निकल आए थे।
महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया था कि पैसे लेकर सवाल पूछने से संबंधित आरोपों को लेकर लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेशी के दौरान उन्हें अपमानजनक सवालों (Insulting Questions) का सामना करना पड़ा।
इससे नाराज होकर उन्होंने पेशी से बाहर आने का फैसला किया।
मामला क्या है?
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्तूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अदाणी समूह पर केंद्रित थे।
आरोप है कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी की ओर से अदाणी समूह पर निशाना साधने के लिए लोकसभा में सवाल पूछती थीं। उन्होंने दावा किया कि हीरानंदानी अलग-अलग स्थानों से एवं अधिकतर दुबई से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा की ‘Login id’ का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।
निजी जीवन के बारे में अप्रासंगिक जानकारी मांगी गई
महुआ ने कहा था कि उनसे उनके निजी जीवन के बारे में अप्रासंगिक जानकारी मांगी गई। उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि वह किसी भी प्रासंगिक प्रश्न (Relevant Questions) का उत्तर हलफनामे के माध्यम से देंगी।
हालांकि, नियम कहते हैं कि समिति की बैठक में क्या होता है, किसी को इसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए, लेकिन वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उन्हें मुहावरे की भाषा में कहें तो वस्त्रहरण का सामना करना पड़ा।
11 उपस्थित सदस्यों में से पांच सदस्य बाहर
महुआ ने आरोप लगाया था कि समिति के 11 उपस्थित सदस्यों में से पांच सदस्य उसके अध्यक्ष के व्यवहार का विरोध करते हुए बाहर आ गए थे। यह नाम की आचार समिति है, यह संभवतः सबसे अनैतिक पेशी थी