नई दिल्ली: दिल्ली में आबकारी नीति के खिलाफ भाजपा विरोध कर रही है। इसी के चलते दिल्ली में अब तक कुल 300 से अधिक शराब के ठेके बंद हो चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि, शराब माफियाओं के चंगुल में अरविंद केजरीवाल इस तरह फंसे हुए हैं कि 31 मार्च को लाइसेंस की अवधि समाप्त होने वाली थी, लेकिन उस पर बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए अगले दो महीनों के लिए बढ़ा दी गई है।
दिल्ली में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी की उपस्थिति में नई शराब नीति का पुतला दहन किया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि, एक पर एक शराब की बोतल मुफ्त कर केजरीवाल सरकार ने दिहाड़ी एवं गरीब मजदूरों को नशे की आग में झोंकने का काम किया है। होलिका दहन के इस मौके पर शराब नीति जैसी कुनीतियों को भी दहन करना जरुरी है।
इस दौरान रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि, नई शराब नीति के तहत रिहायशी इलाकों, झुग्गी-झोपड़ी, गांव, कृषि योग्य जमीन पर मकान बनाकर वहां शराब बेची जा सकती हैं, लेकिन मास्टर प्लान के मुताबिक दिल्ली में शराब के ठेके सिर्फ डीडीए, एमसीडी, एनडीएमसी या सरकारी बाजार के अंदर या फिर कमर्सियल सड़क के किनारे ही खोले जा सकते हैं, जिसका उल्लंघन करके केजरीवाल सरकार ने अवैध शराब के ठेके खोले हैं।
उन्होंने कहा कि, भाजपा का शराब नीति के खिलाफ आंदोलन का ही नतीजा है कि आज पार्टी के कार्यकर्ताओं के सहयोग से 354 शराब के ठेके बंद करवा दिए गए।