नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया। जेपी नड्डा द्वारा गठित भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भाजपा सासंद वरुण गांधी और उनकी माता पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को भी बाहर कर दिया गया है।
इस नई टीम में केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सासंद स्मृति ईरानी की वापसी हो गई है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 7 नवंबर , 2021 को नई दिल्ली में होगी।
दरअसल , भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का पुनर्गठन कर दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने नई कार्यकारिणी की लिस्ट जारी करते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति में 80 सदस्यों की नियुक्ति की है।
इनके साथ ही विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर 50 और स्थायी आमंत्रित सदस्य ( पदेन) के तौर पर 179 नेताओं को शामिल किया गया है जिनमें पार्टी के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, विभिन्न विधान सभा एवं विधान परिषद में विधायक दल के नेता, पूर्व उप मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, प्रदेश सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेशों के संगठन महासचिव शामिल है।
भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, अमित शाह , नितिन गडकरी समेत कई दिग्गजों को भी शामिल किया गया है।
लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला तथ्य यह रहा कि इस नई कार्यकारिणी में पार्टी के 2 बड़े नेताओं को इस बार शामिल नहीं किया गया।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुकी और वर्तमान में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद मेनका गांधी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है।
उनके बेटे और उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया गया है।
आपको बता दें कि हाल के दिनों में लखीमपुर हिंसा को लेकर वरुण गांधी लगातार ट्वीट कर सरकार से कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। वरुण ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में भी लखीमपुर में किसानों की हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
वरुण गांधी ने गुरुवार को सुबह ही एक वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था कि हत्या के जरिए प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता और जवाबदेही तय होनी चाहिए।
वरुण गांधी के इन तेवरों की वजह से भाजपा को लगातार परेशानी हो रही थी और ऐसे में पार्टी अध्यक्ष के इस फैसले को नाराजगी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
नड्डा की इस नई टीम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री और अमेठी से राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव में हराने वाली स्मृति ईरानी की भी वापसी हो गई है। स्मृति ईरानी को सदस्य के तौर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है।
फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, शुभेंदु अधिकारी के अलावा अन्य पार्टियों से आए कई नेताओं को भी राष्ट्रीय कार्यसमिति में जगह दी गई है। वहीं पार्टी के कई पुराने नेता इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य नहीं बनाए गए हैं।
पार्टी की नई कार्यकारिणी पर बात करते हुए एक भाजपा नेता ने बताया कि इस बार कार्यकारिणी में 30 प्रतिशत के लगभग नए नेताओं को शामिल किया गया है। पार्टी की इस नवगठित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 7 नवंबर, 2021 को नई दिल्ली में होगी।