न्यूज़ अरोमा रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा है कि चुनाव में मुंह की खाने के बाद भाजपा को धर्म याद आ गया है। छठ जैसे आस्था के महापर्व में भी भाजपा राजनीति कर रही है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में कहा कि छठ महापर्व पर राज्य सरकार जनता की भावनाओं का ख्याल रखेगी।
जनता की सुरक्षा और स्वस्थ रहने की गारंटी सरकार की पहली प्राथमिकता है। छठ महापर्व को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाबत उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इसपर अपनी बात रखेंगे।
संक्रमण रोकने के लिए लगायी गयी हैं पाबंदियां
भट्टाचार्य ने कहा कि जल को संक्रमण का सबसे बड़ा वाहक माना गया है। स्वाब पानी के जरिये तेजी से फैलता है। इसी को आधार मानते हुए छठ पर्व को लेकर कुछ पाबंदियां लगायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने कोरोना संक्रमण काल में कर्मा और सरहुल जैसे कई पर्व मनाये हैं, उसी श्रद्धा के साथ हम छठ भी मनायेंगे, पर इसे राजनीति के साथ नहीं मनायेंगे।
पवित्रता के पर्व में राजनीति उचित नहीं
उन्होंने कहा कि छठ एक विशेष पर्व है और इसमें छठव्रती 72 घंटे तक निर्जला उपवास रखते हैं। यह पवित्रता और आस्था का महापर्व है और इसमेें भी भाजपा गंदी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी गंदी राजनीति के सामने घुटने नहीं टेकेगी। सरकार ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से फैसला लिया है।
हम नकारात्मक शक्तियों का डटकर मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में हमलोगों ने बड़ी रैलियों से परहेज करने का सुझाव दिया था, पर भाजपा को रैली निकालनी थी और रोड शो करना था। इसलिए नियम-कानून बदल दिये गये। उन्होंने कहा कि छठ को लेकर जारी गाइडलाइन में परिवर्तन के संबंध में राज्य सरकार निर्णय लेगी।