BJP’s agenda is to snatch rights and Waqf law is its trick: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो इस कानून को पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में तेजस्वी ने इसे पूरी तरह अल्पसंख्यक विरोधी कानून करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका
तेजस्वी यादव ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय जनता दल ने इस विवादास्पद विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसके अलावा संसद के दोनों सदनों में पार्टी ने अपना विरोध भी दर्ज कराया है। तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी सदन से लेकर न्यायालय और सड़कों तक इस कानून के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
भाजपा पर आरक्षण और अधिकार छीनने का आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने भाजपा को सामाजिक न्याय विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी का असली मकसद मंडल समर्थक तबकों को उनके हक से वंचित करना है। उन्होंने सवाल उठाया कि अब तक 65% आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं जोड़ा गया।
जदयू और मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
राजद नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इतने गंभीर विषय पर मुख्यमंत्री का कोई बयान न आना हैरान करने वाला है। साथ ही तेजस्वी ने आरोप लगाया कि जदयू अब भाजपा की सहयोगी नहीं बल्कि उसके अल्पसंख्यक विरोधी एजेंडे की हिस्सेदार बन गई है।
उपमुख्यमंत्रियों के कामकाज पर भी उठे सवाल
तेजस्वी ने प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा कि एक अधिकारी से अपनी सेवा करा रहे हैं तो दूसरा थाना प्रभारी को हटवाने में लगा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनाव तक मुख्यमंत्री को अपने साथ रखेगी, इसके बाद बदलाव तय है।
राजद नेताओं की रही मौजूदगी
प्रेस वार्ता में सांसद मनोज झा, विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहीन, विधान पार्षद कारी सोहैब, पूर्व विधायक डॉ. अनवर आलम, शक्ति सिंह यादव और एजाज अहमद सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।