कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम विधानसभा सीट पर होने वाले महासंग्राम के लिए दो बड़े लड़ाकुओं के नाम का ऐलान हो गया है।
ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के बीच होने वाली इस जंग के लिए नंदीग्राम पूरी तरह से तैयार है। प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुके नंदीग्राम को जीतने के लिए एक ओर जहां ममता बनर्जी एक महीने तक डेरा डालने की तैयारी में हैं, वहीं भाजपा भी अपने प्रत्याशी शुभेंदु को जीत का सेहरा पहनाने के लिए अपनी नेताओं की फौज उतारने की तैयारी में जुट गई है।
माना जा रहा है कि 12 मार्च को नंदीग्राम से जब शुभेंदु अधिकारी अपना नामांकन भरेंगे, तो उस दौरान उनके साथ भाजपा के कई दिग्गज नेता साथ होंगे, जिनमें मिथुन चक्रवर्ती से लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तक शामिल होंगी।
दरअसल, 12 मार्च को शुभेंदु अधिकारी के नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी अपना शक्ति प्रदर्शन करती दिखेगी। इसलिए तैयारियां अभी से ही शुरू है और कई नेताओं के नाम पर मंथन जारी है।
भाजपा नेता कनिष्क पांडा ने बताया कि शनिवार को भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इसके बाद वह नंदीग्राम में रैली को संबोधित करेंगे।
सूत्रों की मानें तो शुभेंदु अधिकारी के नामांकन के दौरान भाजपा एक मेगा रोड शो करेगी और इस शक्ति प्रदर्शन में अभिनेता से भाजपा नेता बने मिथुन चक्रवर्ती, स्मृति ईरानी, कैलाश विजयवर्गीय समेत कई नेता शामिल होंगे।
हालांकि, भाजपा ने अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। यहां बताना जरूरी है कि नंदीग्राम का सियासी संग्राम टीएमसी और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय इसलिए भी बन चुका है, क्योंकि एक ओर जहां टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी हैं तो दूसरी कभी उनके बेहत करीबी और नंदीग्राम में टीएमसी की जीत सुनिश्चित कराने वाले शुभेंदु अधिकारी हैं।
शुभेंदु ने कई बार चुनौती दी है कि वह ममता बनर्जी को वहां से नहीं जीतने देंगे और करीब 50 हजार वोटों के अंतर से हराएंगे।
शुभेंदु के नामांकन से ठीक दो दिन पहले यानी 10 मार्च को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। दो दिन बाद 12 मार्च को भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी इसी सीट से पर्चा भरेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी होने के बाद तृणमूल अध्यक्ष शाम को नंदीग्राम के लिए रवाना होंगी।
वह अगले दिन नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। एक रैली को संबोधित करने के बाद 11 मार्च को उनका कोलकाता लौटने का कार्यक्रम है।