वॉशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्िंलकेन ने सऊदी अरब के अपने समकक्ष फैसल बिन फरहान से पहली बार फोन पर बात की और यमन में युद्ध खत्म कराने के लिए नए प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की।
शनिवार को जारी एक बयान में विदेश विभाग की प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि ब्लिंकेन और फरहान ने क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और सऊदी अरब पर किसी संभावित हमले से रक्षा के लिए परस्पर सहयोग पर विचार-विमर्श किया।
ब्लिंकेन ने यमन में लड़ाई समाप्त करने और मानवाधिकारों को बरकरार रखने सहित अपनी सरकार की कई महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी दी।
इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए ब्लिंकेन ने अपने ट्विटर संदेश में कहा कि सउदी अरब एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सहयोगी है। बाहरी खतरों से सउदी अरब को बचाने के लिए हम साथ मिलकर काम करते रहेंगे। साथ ही यमन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए लोकतंत्र को मजबूत बनाने और मानवाधिकार के मुद्दों को सर्वोपरि बनाने की दिशा में भी हम साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
गौरतलब है कि विदेश विभाग का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की उस घोषणा के बाद आया है जिसमें उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि अमेरिका यमन की हौथी मिलिशिया को अब आतंकवादी संगठन के रूप में उसके पदनाम को रद्द कर देगा।
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 11 जनवरी को हौथी मिलिशिया को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। आलोचकों का मानना है कि इससे हौथी मिलिशिया के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में मानवीय सहायता पहुंचाने के प्रयासों को झटका लग सकता है।
जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद विदेशी नीति से सम्बंधित अपने पहले भाषण में जो बाइडेन ने पिछले सप्ताह कहा था कि अमेरिका यमन संघर्ष में आक्रामक कार्रवाई को अपना समर्थन नहीं देगा और उनका देश यमन में संषर्घ समाप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की पहल को समर्थन देगा।