Yoga for Diabetic Patient: अगले तीन दशक में दुनियाभर में डायबिटीज से पीड़ितों (Suffering From Diabetes) की संख्या आज के मुकाबले दोगुनी और भारत की मौजूदा आबादी के लगभग बराबर हो जाएगी।
डायबिटीज से पीड़ित लोगों की बॉडी में इंसुलिन की मात्रा कम होने लगती है, जिसके चलते शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है। ऐसे में ब्लड में शुगर की मात्रा अनकंट्रोल तरीके (Uncontrolled Methods) से बढ़ने लगती है, जो पीड़ित को कई तरह से नुकसान पहुंचाती है।
3 बेहद योगासन
वहीं, अगर आप भी डायबिटीज जैसे मेटाबॉलिक डिसॉर्डर (Metabolic Disorder) से परेशान हैं, तो इस लेख में हम आपको 3 बेहद आसान योगासन के बारे में बता रहे हैं।
इन योगासन के नियमित अभ्यास से बॉडी में इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं इन योगासन के नाम और क्या है इन्हें करने का सही तरीका-
मंडूकासन
मंडूकासन (Mandukasana) करने से भी डायबिटीज रोगियों को फायदा मिलता है। ये आसन भी पैंक्रियाज को उत्तेजित कर इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है।
वहीं, शरीर में इंसुलिन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में होने पर ब्लड शुगर लेवल (blood sugar level) खुदबखुद कंट्रोल रहता है।
मंडूकासन करने का तरीका
• मंडूकासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर एक योगा मैट बिछाकर व्रजासन में बैठ जाएं।
• इसके बाद अपने दोनों हाथों की मुट्ठी को बंद कर लें उन्हें पेट की नाभि के आसपास लगा लें।
• अब, एक गहरी सांस अंदर लेते हुए शरीर को नीचे की ओर झुकाएं और अपने माथे से जमीन को छूने की कोशिश करें।
• इस पोजीशन में कुछ देर रूके और फिर थोड़ी देर ऐसा करने के बाद सांस लेते हुए अपनी पहली अवस्था में वापस आ जाएं।
• इस प्रक्रिया को रोजाना 4-5 बार दोहराएं।
धनुरासन
धनुरासन पैंक्रियाज (Dhanurasana Pancreas) को सक्रिय करने में आपकी मदद सकता है। वहीं, आपको बता दें कि शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने वाले इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन पैंक्रियाज ही करता है।
ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए इस आसन का नियमित अभ्यास समय के साथ इंसुलिन के इंजेक्शन (Insulin Injections) से छुटकारा दिला सकता है।
धनुरासन करने का तरीका
• इस योग को करने के लिए सबसे पहले आपको जमीन पर मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाना है।
• अब, अपने घुटनों को अपने कूल्हों की ओर मोड़ लें।
• इसके बाद अपने दोनों हाथों से अपने टखनों को पकड़ें।
• अब, अपने पैरों और बाजुओं को जितना हो सके ऊपर की ओर उठाएं और अपना चेहरा भी ऊपर रखें।
• जब तक आप कर सकते हैं तब तक इस मुद्रा में बने रहने का प्रयास करें।
कपालभाति
कपालभाति (Kapalbhati) ना केवल ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) को ठीक रखता है, बल्कि इसके नियमित अभ्यास से पैन्क्रियाज को एक्टिव करने में भी मदद मिलती है।
ऐसे में अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो रोज सुबह के समय कपालभाति का अभ्यास भी जरूर करें। इससे आपकी सेहत को और भी कई लाभ मिलेंगे।
कपालभाति करने का तरीका
• कपालभाति करने के लिए सबसे पहले वज्रासन या पद्मासन (Vajrasana or Padmasana) में बैठ जाएं।
• इसके बाद अपने दोनों हाथों से चित्त मुद्रा बनाएं और इसे अपने दोनों घुटनों पर रखें।
• अब, गहरी सांस अंदर लें और झटके से सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें। ऐसा कुछ मिनट तक लगातार करते रहें।
• अगर आप कपालभाति की शुरुआत कर रहे हैं, तो 35 से शुरू करें और दिन के हिसाब से इसे बढ़ाते जाएं।