Jharkhand Paper Leak: झारखंड की मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि गिरिडीह इस पूरे षड्यंत्र का केंद्र था, जहां मजदूर के भेष में साजिशकर्ताओं ने पेपर चोरी कर उसे वायरल कर दिया।
इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मास्टरमाइंड भी शामिल है।
मजदूर के भेष में काटी गई सील, फिर लीक हुआ पेपर
जांच में सामने आया कि जब प्रश्न पत्र को ट्रक से उतारकर भवन के अंदर ले जाया जा रहा था, तभी एक व्यक्ति ने ब्लेड से सील काटकर पेपर निकाल लिया। इसके बाद प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी कर वायरल कर दी गई।
गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के बरगंडा इलाके से गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है।
सुरक्षा में भारी चूक, प्रशासन पर उठे सवाल
पेपर लीक मामले में सुरक्षा चूक भी सामने आई है। जिस स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्र रखा गया था, वहां सीसीटीवी कैमरा नहीं था।
चौंकाने वाली बात यह भी है कि ट्रक को भवन के अंदर ले जाने की जगह, उसे बाहर ही रोक दिया गया और टोटो के जरिए पेपर को अंदर ले जाया गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह असुरक्षित थी।
इसके अलावा, स्ट्रांग रूम के नीचे नगर निगम के कर्मचारी रोजाना आते-जाते थे और ब्लीचिंग पाउडर लेकर जाते थे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस गतिविधि का फायदा उठाकर पेपर चोरी को अंजाम दिया गया?
जांच में जुटी पुलिस, और गिरफ्तारी संभव
गिरिडीह नगर निगम भवन में पुलिस ने छापेमारी की, जहां सभी गिरफ्तार आरोपियों को ले जाया गया।
मौके पर SDPO जीतवाहन उरांव, नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद समेत कई अधिकारी पहुंचे।
पुलिस का कहना है कि मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
क्या बोले DGP?
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि इस लीक के पीछे संगठित गिरोह शामिल हो सकता है।
पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।
अब तक कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग और गढ़वा जिलों के कई कोचिंग सेंटरों पर छापेमारी की गई है और 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
क्या होगी कार्रवाई?
सरकार इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
वहीं, छात्रों और अभिभावकों में इस लीक को लेकर गहरी नाराजगी है।