मुंबई: मुंबई के पश्चिमी उपनगर अंधेरी इलाके में बुधवार रात बॉलीवुड के के एक्शन डायरेक्टर टीनू वर्मा के साथ मारपीट और उनके गले की चैन और हाथ की महंगी घड़ी चुराने की घटना सामने आई है|
इस घटना के बाद टीनू ने मुंबई के अंबोली पुलिस स्टेशन में तीन से चार लोगों के खिलाफ शिकायत की और पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है|
हादसा उस समय हुआ जब टीनू उस शख्स को फॉलो कर रहे थे जिसने उनके साथ साथ कई और लोगों से पैसे लिए हैं जो वह लौटा नहीं रहा है और आरोप है कि वह हर किसी से छुपने के लिए अक्सर अपनी लोकेशन बदल देता है|
इस संदर्भ में टीनू वर्मा कहते हैं कि पिछले साल जुलाई के महीने में उनके पास एक समीक बसु नाम का शख्स आया था जो अपने आपको प्रोड्यूसर बताता है|
उसने टीनू को एक वेब सीरीज़ में काम करने का ऑफर दिया, बसु ने बताया कि वह वर्मा को एक्शन डायरेक्टर और एक्टर के तौर पर अपने वेब सीरीज़ में लेना चाहता है और वह अलाउद्दीन खिलजी पर यह सीरीज बना रहा है|
उन्होंने कहा, “उसकी कहानी सुनने के बाद मैं काफी प्रभावित हुआ और काम करने का मन किया, जिसके बाद उसने मुझे उसके व्हाट्सअप ग्रुप में ऐड किय|
कुछ दिनों बाद वह अकेले मेरे ऑफिस में आया और उसने मुझसे कहा कि उसके पास कुछ पैसे आने वाले थे जो किसी वजह से कहीं अटक गए है और मुझसे तीन लाख रुपये मांगे और मैंने मना नहीं किया और उसे दे दिया|
पैसे लेते समय उसने कहा वह 7 दिन में मुझे मेरे पैसे लौटा देगा|
“इस बीच उसने मुझे कई बार चेक दिए और सारे चेक बाउंस हो गए|
महीना बीतने के बाद मुझे कुछ लोगों ने बताया कि इसने उनसे भी पैसे लिए हैं पर देता नहीं है. जिसके बाद मुझे समझ आ गया कि यह एक चीटर है और फिर मैंने उससे अपने पैसे मांगना शुरू कर दिया और हालात ऐसे हो गए कि उसने मेरा फोन ही उठाना बंद कर दिया|
” वर्मा ने कहा कि, “उसने इनसे पैसे लेते समय अपने चार एड्रेस लिखकर भी दिया था|
पैसे ना मिलने पर मैं अंबोली पुलिस स्टेशन गया और शिकायत की, पर पुलिस ने मामला लेने से मना कर दिया. किसी तरह से मुझे उसके दो और एड्रेस मिले जिसके बाद मैंने खुद से उसका पता लगाने तैयारी की|
उन्होंने कहा कि, “दूसरे दिन सुबह उठने के बाद मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ सुबह से लेकर शाम तक उसके दिए हर एड्रेस पर गया पर हर एड्रेस गलत निकला|
इसके बाद मैं रॉयल पाम इलाके में गया जहां पर वो अक्सर लोगों से मिलता था और वहां कम से कम 10 बिल्डिंग्स में फोटो से ढूंढने के बाद वह मुझे मिला|
जहां पर उसकी पत्नी ने और 7 दिन का समय मांगा पैसे लौटाने के लिए.” वर्मा ने अपने लोगों को उस पर नजर रखने के लिए कहा था क्योंकि वो फरार हो सकता था और वैसा ही हुआ वह वहां से निकल गया और बोरीवली की एक सोसाइटी में रहने लगा|
वहां भी उसने घर जिससे रेंट पर लिया उसे दो चेक दिए थे और वो दोनों बॉउन्स हो गए थे|
कुछ दिनों बाद वर्मा को पता चला कि वह उस सोसाइटी से भी जा रहा है जिसके बाद वर्मा ने उसको फॉलो किया और फिर अपने आपको वर्मा की नजरों से बचाने के लिए बसु ने पहले तो टेम्पू को खूब घुमाया और बाद में उसने अचानक से दूसरी ऑटो रिक्शा में बैठकर वर्मा की गाड़ी रोकी और अपने लोगों के साथ मिलकर उन्हें मारा और उनके गले की चैन और घड़ी लेकर फरार हो गए |
चोट लगने के बावजूद वर्मा ने उसे फॉलो किया और उसके नए घर की जानकारी निकाल ली और इसके बाद वह अंबोली पुलिस स्टेशन जाकर बसु के खिलाफ एफआईआर दाखिल की|