कोलकाता: पश्चिम बंगाल के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन बम से हुए हमले में घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
मुर्शिदाबाद जिले के निमतिता रेलवे स्टेशन के बाहर हुआ। कुछ अज्ञात लोगों ने एक के बाद एक कई बम उन्हें निशाना बनाते हुए फेंके, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।
उनके अलावा करीब एक दर्जन समर्थक भी जख्मी हुए हैं। मंत्री जाकिर हुसैन के शरीर के बाएं हिस्से में ज्यादा चोट आई है। खासतौर पर पैर में ज्यादा जख्म है।
पुलिस की ओर से अब तक इस पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन टीएमसी के मुर्शिदाबाद जिले के अध्यक्ष अबू ताहिर खान ने बताया है कि जाकिर हुसैन को जंगीपुर सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
यही नहीं, उन्हें जल्दी ही कोलकाता शिफ्ट किया जाएगा। बीते कुछ सालों में यह पहला मौका है, जब पश्चिम बंगाल में किसी मंत्री पर इस तरह से हमला हुआ है।
खूनी राजनीतिक संघर्ष के गवाह रहे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले इस हमले से सियासत तेज हो सकती है।
हमले की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ताहिर हुसैन ने 2016 में जंगीपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था।
इससे पहले वह कांग्रेस में थे। अबू ताहिर खान ने जाकिर हुसैन की सेहत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह बुरी तरह जख्मी हुए हैं। खान ने कहा, ‘हुसैन के कई टांके लगे हैं।
डॉक्टरों का कहना है, ज्यादा जख्मी होने के चलते उनका काफी खून बहा है। खान ने इस हमले का आरोप बीजेपी पर लगाया है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उल्टे टीएमसी को ही इसके लिए जिम्मेदार बताया है।
उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद अपराधियों का गढ़ हो गया है। घोष ने कहा, ‘ऐसा हो सकता है कि चुनाव से ठीक पहले टीएमसी में छिड़े आंतरिक संघर्ष के चलते ताहिर हुसैन को निशाना बनाया गया हो।
पश्चिम बंगाल में इस साल मार्च-अप्रैल में चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले राज्य के कई हिस्सों में हिंसक झड़प की घटनाएं सामने आई हैं।
मुर्शिदाबाद की बात करें तो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिहाज से यह जिला काफी अहम है। इस जिले को सूबे के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में से एक माना जाता है।
यहां 66.28 फीसदी आबादी मुस्लिम है। कांग्रेस ने भी आंतरिक कलह को बताया वजह: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी ताहिर हुसैन पर हमले को टीएमसी की आंतरिक कलह का नतीजा बताया है।
चौधरी ने कहा, ‘ताहिर हुसैन बेहद ईमानदार और मेहनती बिजनेसमैन रहे हैं। उन्होंने मेहनत के साथ अपने करियर को स्थापित किया है। टीएमसी में संघर्ष की बातें मैंने सुनी हैं।
पुलिस ही सच्चाई बता सकती है। मैं इस मामले की गहनता से जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करता हूं।