आरा: भोजपुर जिले में कोविड 19 के कम हुए खतरे और राज्य सरकार द्वारा पूरी तरह से अनलॉक कर दिए जाने के बाद अब आरा सदर अस्पताल के कोविड वार्ड को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
आरा सदर अस्पताल में लम्बे समय से कोरोना के मरीज भर्ती नही किये जाने और कोरोना मरीजो की नगण्य संख्या को देखते हुए दोनों कोविड वार्डो को अब बन्द कर दिया गया है।
जिले के एकमात्र आईएसओ मान्यता प्राप्त आरा सदर अस्पताल में चल रहे दोनों कोविड वार्डों को बन्द कर दिए जाने के बाद एक वार्ड में आउटडोर की सुविधा बहाल कर दी गई है तो दूसरे कोविड वार्ड को बन्द कर उसमे इनडोर मेडिकल वार्ड के मरीजो को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है।सदर अस्पताल की ओपीडी सेवा फिर से सदर अस्पताल के पुराने भवन में बहाल कर दी गई है।
पिछले साल 2021 में विश्वव्यापी कोरोना महामारी को देखते हुए ओपीडी सेवा को परिवार कल्याण विभाग में शिफ्ट करते हुए इसमें कोविड वार्ड बनाया गया था।
इस वार्ड में कोरोना मरीजो का इलाज किया जा रहा था।कोरोना की पहली लहर को तो आरा सदर अस्पताल ने बर्दास्त कर लिया था किंतु कोरोना की दूसरी लहर में यहां मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प तड़प कर मरते रहे थे।
तीसरी लहर के पूर्व कोविड वार्ड को पूरी तरह ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस कर दिया गया था।हालांकि तीसरी लहर ने कहर नही बरपाया और यह लहर चुपके से आकर यहां से निकल गई है।
तीसरी लहर में कोविड वार्ड में एक भी कोरोना का मरीज भर्ती नही हुआ, यह राहत भरी खबर सामने आई है।
कोरोना की तीसरी लहर के दौरान फरवरी महीने में 18 दिनों में कुल 121 लोग कोरोना से संक्रमित हुए जबकि इस अवधी में स्वस्थ होने वाले मरीजो की संख्या 196 रही।
पिछले साल 2021 के 14 दिसंबर से आई तीसरी लहर की खबर के बीच 1696 लोग संक्रमित हुए और इसमें 1671 लोग स्वस्थ हुए हैं।
भोजपुर जिले में कोरोना से दो लोगो की मौत हुई है और अभी कोरोना संक्रमित सक्रिय मरीजो की संख्या मात्र 23 है।
सभी 23 सक्रिय केस वाले संक्रमितों का गृह एकांतवास में इलाज चल रहा है।आरा सदर अस्पताल के प्रबन्धक कौशल कुमार दुबे ने शनिवार को बताया कि कोविड वार्ड में गत कई दिनों से एक भी कोविड के मरीज भर्ती नही किये जाने और नगण्य संख्या को देखते हुए दोनों कोविड वार्डोको पूरी तरह बन्द कर दिया गया है।
एक कोविड वार्ड में आउटडोर तो दूसरे कोविड वार्ड में इनडोर मेडिकल वार्ड शुरू कर दिया गया है।