नई दिल्ली: पेशेवर मुक्केबाजी में अपने पदार्पण के बाद से अब तक अजेय चल रहे अनुभवी भारतीय मुक्केबाज विजेन्दर सिंह एक साल से भी अधिक समय के बाद एक बार फिर से रिंग में लौटेंगे।
यह बाउट भारत में ही होनी है, लेकिन अब भी तक विजेन्दर के प्रतिद्वंद्वी के नाम की घोषणा नहीं हुई है।
2008 ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेन्दर का पेशेवर मुक्केबाजी में अब तक का यह 13वां और भारत में पांचवा मुकाबला होगा।
पेशेवर करियर में उनका 12-0 का रिकॉर्ड है और इनमें से उन्होंने आठ बाउट में नॉकआउट जीत दर्ज की है। भारत में इससे पहले, नई दिल्ली, मुंबई और जयपुर में विजेन्दर के मुकाबले हो चुके हैं।
विजेन्दर के प्रोमोटर्स आईओएस बॉक्सिंग प्रोमोशंस ने सोमवार को एक बयान में कहा, प्रोमोटर्स विजेन्दर के प्रतिद्वंद्वी, तारीख और आयोजन स्थल को जल्द ही अंतिम रूप देगा।
विजेन्दर मार्च में फिर से रिंग में एक्शन में होंगे, जहां उनका लक्ष्य अपने अजेय रिकॉर्ड 12-0 (8 नॉकआउट जीत) को बढ़ाना होगा। इस दौरान युवा और प्रतिभाशाली बॉक्सरों का एक समूह भी फाइट के लिए रिेंग में होंगे।
डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडलवेट और डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट चैंपियन विजेन्दर ने अपनी पिछली बाउट में नवंबर 2019 में घाना के चार्ल्स एडमू को हराया था।
विजेन्दर ने कहा, रिंग में वापसी करने को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं। मैं फिर से रिंग में उतरने को तैयार हूं।
इस बाउट के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और खुद को फिट रख रहा हूं।
मेरे लिए प्रतिद्वंद्वी मायने नहीं रखता है क्योंकि मेरा ध्यान अपने अजेयक्रम को जारी रखने पर है।