नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के मंत्री आलोक शर्मा सोमवार को भारतीय नेताओं के साथ दो दिनों की जलवायु परिवर्तन पर वार्ता के लिए नई दिल्ली पहुंचे।
संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता का नेतृत्व करने के लिए शर्मा को सीओपी-26 (कॉन्फ्रेंस ऑफ दि पार्टीज) अध्यक्ष पद के लिए नामित किया गया है।
वह वरिष्ठ मंत्रियों, व्यापार और सिविल सोसायटी की हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे और ब्रिटेन-भारत जलवायु साझेदारी को मजबूत करने और इस वर्ष के अंत में सीओपी-26 शिखर सम्मेलन की तैयारी पर भी चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीओपी अध्यक्ष के रूप में एशिया की अपनी पहली यात्रा में इस बात की उम्मीद है कि शर्मा जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा के संदर्भ में भारत द्वारा उठाए गए कदमों एवं प्रगति का स्वागत करेंगे।
वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) और आपदा रोधी बुनियादी ढांचे (सीडीआरआई) के गठबंधन की स्थापना के लिए वैश्विक नेतृत्व पर प्रकाश डालेंगे।
बयान में कहा गया है कि उम्मीद है कि सीओपी सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर स्वच्छ ऊर्जा पर वैश्विक चर्चा के लिए भारत की विशेषज्ञता बहुत मददगार सिद्ध हो सकती है।
कारोबार जगत की हस्तियों के साथ बैठक के दौरान शर्मा कम कार्बन अर्थव्यवस्था में भारी अवसरों को उजागर करेंगे।
साथ ही वह शून्य उत्सर्जन स्तर को प्राप्त करने के लिए मौजूदा प्रतिबद्धताओंपर जोर डालेंगे और कॉपोर्रेट जलवायु कार्रवाई को भी प्रोत्साहित करेंगे।
शर्मा सिविल सोसायटी के साथ-साथ विशेषज्ञों और युवा विचारकों से भी मिलेंगे, ताकि जलवायु परिवर्तन पर चुनौतियों और संभावित समाधानों पर चर्चा की जा सके।
इस बात पर विचार किया जा सके कि वे कैसे युवा पीढ़ी को जलवायु कार्रवाई के समर्थन में जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि जब जलवायु कार्रवाई की बात आती है, तो भारत एक प्रमुख भागीदार और वैश्विक नेता है।
हम उत्सर्जन को कम करने और वैश्विक प्रतिबद्धताओं के निर्माण पर एक साथ मिलकर बदलाव कर सकते हैं।