नई दिल्ली : पंजाब से बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस पर वकील को हिरासत में लेकर उसके साथ हैवानियत (Savagery With Advocate ) करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में एक SP सहित तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले की जांच के लिए 4 सीनियर पुलिसकर्मियों की एक SIT भी बनी है, जिसे लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू लीड (Mandeep Singh Sidhu Lead) कर रहे हैं। जबकी इसकी निगरानी ADG इंटेलिजेंस जसकरन सिंह करेंगे।
जबरन यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने की धारा जोड़ी गई
वकील ने अपनी शिकायत में बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। वकील के मुताबिक पुलिस ने उन्हें एक सह आरोपी के साथ कस्टडी में लिया था।
हिरासत में लेने के बाद उन्हें प्रताड़ित किया गया। उनके साथ मारपीट करने के बाद उन्हें सह आरोपी के साथ अप्राकृतिक संबंध (Unnatural relationship) बनाने के लिए मजबूर किया गया।
इसका खुलासा होने के बाद वकीलों ने बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया। तब से ही वकीलों ने एक्शन की मांग को लेकर काम बंद कर दिया है।
मामले के तूल पकड़ने पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन (Punjab And Haryana High Court Bar Association) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक की और सख्त कार्रवाई की मांग की।
बार एसोसिएशन की मीटिंग (Bar Association Meeting) के बाद 25 सितंबर को SP सहित 6 पुलिसवालों के खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज किया गया। इस मामले में जबरन यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने की धारा भी जोड़ी गई।
एक साथी के खिलाफ केस दर्ज
इसके ठीक दो दिन बाद 27 सितंबर को मुक्तसर जिले के पुलिस अधीक्षक और दो अन्य पुलिसकर्मियों को 27 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया।
जिन 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें मुक्तसर के SP (इंवेस्टिगेशन) रमनदीप सिंह भुल्लर, इंस्पेक्टर रमन कुमार कंबोज, कांस्टेबल हरबंस सिंह, भूपिंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह और होम गार्ड दारा सिंह शामिल हैं।
फिलहाल एसपी भुल्लर, इंस्पेक्टर रमन कुमार कंबोज और कांस्टेबल हरबंस सिंह को गिरफ्तार किया गया है। अपनी जांच में SIT वकील के हर आरोपों की पड़ताल करेगी। इसकी रिपोर्ट पंजाब जांच ब्यूरो के डायरेक्टर को सौंपी जाएगी।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने अपराध जांच एजेंसी के प्रभारी रमन कुमार कंबोज (Raman Kumar Kamboj) की शिकायत के बाद वकील और उनके एक साथी के खिलाफ केस दर्ज किया था।
कस्टडी के दौरान कई जगहों पर चोट पहुंचाई गई
दोनों को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया लिया गया था। वकील पर पुलिस टीम (Police team) पर हमला करने और कुछ अधिकारियों की वर्दी फाड़ने का आरोप भी है।
इसके बागद मुक्तसर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 22 सितंबर को एक आदेश में पुलिस को वकील के बयान के आधार पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि पीड़ित को अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया। उसे कस्टडी (Custody) के दौरान कई जगहों पर चोट भी पहुंचाई गई।