पटना: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने केंद्रीय बजट को गांव, गरीब, किसान, महिला, युवा तथा देश की बहुयामी प्रगति को समर्पित ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्पों को सिद्ध करने वाला बजट बताया है।
राय ने इस बेहतरीन बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी को हार्दिक बधाई देते हुए अभिनंदन किया।
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय बजट में स्वास्थ्य को लेकर पहले की तुलना में 137 फीसद की बढ़ोतरी होकर 2 लाख 38 हजार करोड़ होना, ऐतिहासिक तथा स्वागत योग्य है।
इस कदम से इस दशक का भारत स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रधानमन्त्री मोदी के यशस्वी नेतृत्व में और अधिक स्वावलंबी तथा चुनौतियों से निपटने में सक्षम होगा।
स्वास्थ्य सुविधाएं गांव, गरीब, वंचित सभी तक और अधिक सुगमता से हासिल होंगी। स्वास्थ्य के लिए बजट में हुई यह अभूतपूर्व वृद्धि प्रधानमंत्री के मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती है।
कोविड वैक्सीन के लिए सरकार ने बजट में 35 हजार करोड़ का प्रावधान देकर यह सुनिश्चित किया है कि दुनिया के लिए मिसाल बन रहे टीकाकरण अभियान को लेकर मोदी सरकार सजग और तत्पर है।
राय ने बजट की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बजट में कृषि विकास के लक्ष्य को हासिल करने, किसानों की आय दोगुनी करने तथा हर हाल में एमएसपी को किसानों के उपज की लागत से डेढ़ गुना अधिक रखने का प्रावधान होना, प्रधानमन्त्री के किसान हितैषी दृष्टि का प्रमाण है।
कृषि क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को और सुदृढ़ बनाने की प्रतिबद्धता इस बजट में साफ़ नजर आती है। किसानों की उपज की खरीद को लेकर आंकड़े सरकार की किसान हितों के लिए कटिबद्धता को जाहिर करने वाले हैं।
गेहूँ की खरीद में सरकार ने 2013-14 की कांग्रेसनीत सरकार में हुई 33,874 करोड़ की तुलना में 2020-21 में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोत्तरी करते हुए 75,060 करोड़ की खरीद की है।
जो दाल 2013-14 में तबकी सरकार महज 236 की खरीद करती थी, उसमें कई गुने की बढ़ोत्तरी करते हुए मोदी सरकार ने इस वर्ष 10,530 करोड़ की खरीद की है।
धान की खरीद के मामले में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हुई खरीद के आंकड़े 2013-14 वाली सरकार की तुलना में बहुत अधिक हैं।
सरकार ने अनुमानित 1 लाख 72 हजार करोड़ से अधिक की खरीद की है। ये आंकड़े शीशे की तरह साफ़ हैं कि मोदी सरकार की प्रतिबद्धता किसानों की फसल को अधिक से अधिक खरीदने तथा उनकी आय को बढाने की है।
नित्यानंद राय ने बजट को सबके लिए एवं सबके हित बताया और कहा कि चाहें छोटे तथा मध्यम स्तर के कारोबार हों अथवा गांव के विकास से जुडी योजनायें हों, शिक्षा के क्षेत्र में शोध व नवाचार की बात हो अथवा नए स्कूलों का निर्माण हो, सरकार ने हर क्षेत्र के लिए बजट में योजनाबद्ध और नीतिगत कदम उठाये हैं। आधारभूत संरचना को मजबूती देने तथा जीवन को सुगम बनाने के लिए सार्वजनिक परिवहन, सड़क निर्माण, राजमार्गों के विस्तार को लेकर भी सरकार ने बजट में व्यापक व पुख्ता प्रावधान किये हैं। इसके साथ-साथ जल जीवन मिशन के लिए 2.87 लाख करोड़ की घोषणा, आम जन के जीवन को स्वस्थ तथा सुगम बनाने की दिशा में पर्यावरण को लेकर सरकार के संवेदनशीलता का परिचायक है। अगर दो शब्दों में कहें तो यह ‘देश हित को समर्पित’ एक ऐसा बजट है, जिसमें गांव भी है, गरीब भी है, युवा भी है, महिला भी है, किसान भी है, छोटे-छोटे कारोबारी भी हैं, बुनियादी संरचनाओं भी प्रगति भी है तथा प्रधानमंत्री जी के यशस्वी नेतृत्व में भविष्य समर्थवान, सबल, सक्षम और स्वावलंबी ‘आत्मनिर्भर भारत’ की स्पष्ट झलक भी है।