ब्रिस्बेन: चोट से बेहाल भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को यहां शुरु हुए चौथे टेस्ट में चार बदलाव करने को मजबूर हुई।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, बल्लेबाज हनुमा विहारी और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा बाहर हुए हैं जबकि तमिलनाडु के टी. नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर डेब्यू कर रहे हैं।
इसके अलावा तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर और बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को मैदान में उतरने का मौका मिला है।
यूएई में आयोजित आईपीएल-13 के बाद नेट बॉलर्स के रूप में आस्ट्रेलिया लाए गए सुंदर और नटराजन के लिए यह अजीब संयोग है।
किस्मत के भरोसे नटराजन सीमित ओवरों की सीरीज में भी खेलने में सफल रहे और अब भारत के 300वें टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर डेब्यू कर रहे हैं।
बुमराह के पेट की मांसपेशियों में खिंचाव है।
उन्हें लेकर संदेह की स्थिति थी और इसी कारण भारतीय टीम प्रबंधन ने इस मैच के प्लेइंग-11 की घोषणा के लिए आज तक का समय लिया।
अश्विन और विहारी सिडनी में भारत को ऐतिहासिक बराबरी दिलाने के दौरान चोटिल हो गए थे।
जडेजा को सिडनी टेस्ट की पहली पारी के दौरान बल्लेबाजी करते हुए हाथ में चोट लगी थी।
सुंदर और शार्दूल सीमित ओवर की सीरीज में खेले थे।
जहां तक अग्रवाल की बात है तो वह मेलबर्न और एडिलेड टेस्ट में खेले थे लेकिन बल्ले से निराश किया था।
अब हालांकि वह बल्लेबाजी क्रम में पांचवें स्थान पर हैं>
इस सीरीज के आंकड़ों पर गौर करें तो वे काफी चौंकाने वाले हैं।
भारत ने इस सीरीज में अब तक 19 खिलाड़ियों को आजमाया है। 1961-62 सत्र के बाद यह सबसे बड़ी संख्या है।
विदेशी धरती पर खेलते हुए भारत ने अधिकतम 17 खिलाड़ियों का उपयोग किया है।